- प्रतिमाह 1650 रुपए की जगह 18000 की कर रहे थे मांग
सुपौल। छातापुर प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत दर्जनों रसोइये ने सोमवार को मानदेय बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सामने एसएच-91 को जमाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे रसोइयों ने कहा कि महंगाई के इस दौर में उन्हें सिर्फ साढ़े 16 सौ रुपए मानदेय दिया जा रहा है। इतने कम मानदेय में उन्हें सुबह के 09 बजे से संध्या 04 बजे तक स्कूलों में कार्य करना पड़ता है। कहा कि इस राशि में परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है। बताया कि सरकार के समक्ष कई बार उन लोगों ने अपनी मांगें रखी, लेकिन इस दिशा में किसी प्रकार का पहल नहीं हो पाया है। प्रदर्शन में शामिल रसोइये 18 हजार रुपए मानदेय देने की मांग कर रहे थे। इधर, मिल रही जानकारी अनुसार सभी स्कूलों के एचएम ने अपने-अपने स्कूल के रसोइया को सोमवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय स्थित ललित नारायण मिश्र सभा भवन में लोकसभा चुनाव के दौरान कार्य के निमित्त बैठक में भाग लेने हेतु बुलाया था। सभी रसोइये को तीसरे चरण के मतदान को लेकर आगामी 5 मई से स्कूल में रहकर मतदान कर्मियों के लिए भोजन बनाने की बात कही गई थी। लेकिन बैठक के बीच ही किसी बात को लेकर सभी रसोइये आक्रोशित हो गए और सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे।
सड़क जाम की सूचना पर बीईओ प्रभा कुमारी, पुअनि प्रियंका कुमारी चौहान, पुअनि शाहिद खान, पुअनि संदीप कुमार स्थल पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों को समझाने बुझाने के प्रयास में जुट गए। लेकिन आक्रोशित रसोइये सड़क जाम हटाने के लिए राजी नहीं हो रहे थे। काफी समझाने के बाद तकरीबन डेढ़ घंटे बाद सड़क जाम समाप्त हो पाया। इसके बाद सभी रसोइयों को प्रखंड कार्यालय स्थित ललित नारायण मिश्र सभा भवन में बिठाकर उनकी समस्याएं सुनीं गई। बीईओ प्रभा कुमारी ने सभी रसोइया से एक सामूहिक आवेदन देने के लिए कहा। बीईओ ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद अनुशंसा कर आवेदन को जिला भेजा जाएगा। बैठक में बीईओ के अलावा सीओ कुमार राकेश, एमडीएम प्रभारी आदि मौजूद थे। बैठक के दौरान पदाधिकारियों ने सभी रसोइयों से आगामी 5 से 7 मई तक अपने अपने मतदान केंद्र पर मतदान कर्मियों के लिए भोजन बनाने का निर्देश दिया गया। कहा कि भोजन करने वाले मतदान कर्मी से नाश्ता हेतु 50 रुपये और भोजन के लिए 100 रुपये शुल्क लेने हैं।

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