एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी सह जिला नोडल पदाधिकारी प्रो विद्यानंद यादव ने बताया कि तंबाकू में मौजूद निकोटीन एक धीमा जहर है, जो धीरे-धीरे मानव जीवन का अंत कर देता है। संपूर्ण संसार में लोगों का बेहतर स्वास्थ्य निर्माण के दृष्टिकोण से डब्ल्यूएचओ द्वारा वर्ष 1987 में सर्वप्रथम विश्व तंबाकू दिवस मनाया गया। तंबाकू के भयंकर दुष्परिणाम से बचने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाते हैं। स्वयंसेवकों का कर्तव्य है कि तंबाकू सेवन से उत्पन्न घातक दुष्परिणाम के प्रति लोगों को जागरूक करें। कार्यक्रम में द्वितीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो कुमारी पूनम, तृतीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो शंभू यादव, महाविद्यालय के प्राध्यापकगण आईक्यूएसी समन्वयक प्रो अशोक कुमार, प्रो अरुण कुमार, प्रो सुरेंद्र प्रसाद यादव, प्रो रामचंद्र यादव, सोनू स्नेहिल, बिट्टू कुमार, शिक्षकेतर कर्मचारी गगन कुमार, दिग्दर्शन उर्फ राजू, एनएसएस के स्वयंसेवक प्रिया राज, आकांक्षा, शिल्पी ज्योति, श्वेता जैन, सरिता, शानू शर्मा, आरती, शिवानी साक्षी, प्रियांशु कुमारी, काजल, मनीषा, कोमल, सुमन, गणिता, नीतीश, कोमल कुमारी, सोनी कुमारी, नीतू कुमारी, रानी पूजा, आयुषी, निधि कुमारी, अंजली कुमारी, डेजी, पल्लवी, सलोनी, स्नेहा, नीतू, पार्वती, रिया कुमारी, काजल, प्रियंका, रूचि, निशा भारती, खुशबू कुमारी आदि उपस्थित थे।
त्रिवेणीगंज : तंबाकू उत्पाद के सेवन से परिवार, समाज और पर्यावरण पर पड़ता है कुप्रभाव : प्राचार्य
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