सुपौल। विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर सदर अस्पताल के ओपीडी परिसर में सोमवार को सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर की अध्यक्षता में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें एएनएम ट्रेनिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्तनपान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। सीएस डॉ ठाकुर ने कहा कि स्तनपान के अनेक फायदे हैं। इसमें नवजात शिशु की इम्युनिटी सिस्टम बढ़ती है। वहीं शिशु का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। कहा कि बच्चों को दस्त, डायरिया से बचाव हेतु स्तनपान कराना जरूरी है। वहीं बच्चों के साथ-साथ मां के लिये भी स्तनपान कराना फायदेमंद होता है। मां को स्तन कैंसर, मोटापा और शीघ्र गर्भधारण से भी बचाता है। कहा कि छह माह तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही देना चाहिये। मां का दूध सर्वोत्तम पोषक आहार होता है। माइक्रोलॉजिस्ट डॉ सुभाष मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि बीमार नवजात जो स्तनपान करने में सक्षम नहीं है या बीमारी के कारण मां के द्वारा स्तनपान कराने में समर्थ नहीं है, वैसे नवजात को एक्सप्रेस्ड ब्रेस्ट मिल्क पिलाने के संबंध में जानकारी एवं सहायता प्रदान किया जाना है। प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान द्वारा ब्रेस्ट फीडिंग पॉलिसी 2021 का उपयोग किया जाना है। कहा कि स्वास्थ्य स्थान के प्रमुख स्थानों पर स्थानीय भाषा में ब्रेस्ट फीडिंग पॉलिसी का आईईसी लगाया जायेगा। नुक्कड़ नाटक में अंजली, रूपा, निशा, शबनम, मौसम, कोलम, पूजा, लक्ष्मी, कंचन, निधि, सोनाली, अनुपम, लवली, सोनी, सुनीता, प्रीति सहित अन्य छात्राओं ने भाग लिया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्तनपान के बारे में दी गयी विस्तृत जानकारी, किया जागरूक
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