सुपौल। सदर प्रखंड के बैरो पंचायत स्थित अजय पुस्तकालय परिसर मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता और पूर्व मुखिया भगवंत कुमार मुकुंद की शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने शहीद मुकुंद के स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत मो. अयूब खान द्वारा पार्टी ध्वज का झंडोत्तोलन करने से हुई। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता भाकपा के जिला मंत्री सुरेश्वर प्रसाद सिंह ने की। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा के राज्य सचिव एवं पूर्व विधायक रामनरेश पांडे ने कहा कि देश में धर्म के नाम पर नफरत की दीवारें खड़ी की जा रही हैं और जनता को मूल समस्याओं से ध्यान भटकाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 77 वर्षों बाद भी देश में शोषण और अत्याचार बदस्तूर जारी है, और सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचने का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। बेरोजगारी, महंगाई और किसानों तथा जवानों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना की।
भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य ओम प्रकाश नारायण ने केंद्र सरकार की नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कमर तोड़ महंगाई को बढ़ावा दिया है, और वर्तमान सरकार किसानों की नहीं, बल्कि कंपनियों की सरकार बन चुकी है। भाकपा राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चैन की बांसुरी बजा रहे हैं, जबकि मणिपुर जल रहा है। उन्होंने शहीद भगवंत कुमार मुकुंद के सपनों को पूरा करने की बात कही और कहा कि यह उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि सभा को भाकपा के प्रभारी जिला सचिव शंभू शरण शर्मा, आशा मुकुंद, भाकपा नेता रघुनंदन पासवान, भावेश यादव, विद्यानंद कामत, चंदेश्वरी यादव, विद्यानंद प्रसाद गुप्ता, जवाहर ख़ां, कौशल कुमार मंडल, अजय यादव, कमल शर्मा, प्रवीण कुमार, ललन कुमार, नवल गुप्ता और माले नेता अरविंद कुमार शर्मा समेत अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। भाकपा जिला मंत्री सुरेश्वर प्रसाद सिंह ने घोषणा की कि 26 नवम्बर को संयुक्त किसान मोर्चा, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और खेत मजदूर संगठनों के आह्वान पर जिला मुख्यालय में चेतावनी प्रदर्शन किया जाएगा।
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