- जन सुराज समता जनसंवाद कार्यक्रम का उद्घाटन के बाद बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री
- जन सुराज एक समग्र राजनीतिक मंच
- जिसकी जितनी भारी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी
- जाति से जमात की ओर आगे बढ़ने की आवश्यकता
- समाजवाद के बिना जन सुराज की कल्पना नहीं
सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित नितमाया होटल एंड बैंक्वेट हॉल में मंगलवार को जन सुराज पार्टी के तत्वावधान में आयोजित जन सुराज समता जनसंवाद कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह लाल कार्ड के सूत्रधार देवेन्द्र प्रसाद यादव,पूर्व आईपीएस आर.के. मिश्रा,पूर्व विधायक राम कुमार यादव,पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों को आयोजन समिति के द्वारा फूल-माला, बुके और शॉल से सम्मानित किया गया।
जन सुराज पार्टी के जिला अध्यक्ष इंद्रदेव साह की अध्यक्षता व लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार के संचालन में आयोजित जन संवाद को संबोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में राजनीतिक आजादी मिली परन्तु आजादी के 77 वर्ष बाद भी सामाजिक और आर्थिक आजादी नहीं मिली है। श्री यादव ने कहा कि आजादी की रौशनी गांव तक नहीं पहुंच पाई है। आज अधिकांश राजनीतिक दलों द्वारा जनता के मूल मुद्दों से ध्यान भटका कर भावनाओं की सौदागिरी, जातीय गोलबंदी, सामाजिक समीकरण व आर्थिक ध्रुवीकरण कर गाँधी, डॉ. लोहिया, जेपी, डॉ भीमराव अम्बेडकर, जननायक कर्पूरी ठाकुर जैसे विभूतियों के नामों का उपयोग कर जनता को ठग व गुमराह कर वोट हासिल करने का औजार बना लिया है।
श्री यादव ने कहा कि चुनावी साल में घोषणाओं तथा सौगातों की बरसात होने लगी है। अधिकांश दल जनता में लोक लुभावने रेवड़ी बांटने में लग गए हैं। समाजवादी आंदोलन तथा जेपी आंदोलन से अर्जित ताकतें गलत हाथों में चले जाने के कारण बिहार सबसे गरीब तथा पिछड़े राज्यों में गिने जा रहे हैं।आज शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, बेरोजगारी की समस्या, बाढ़ सुखाड़ की समस्याएं, किसानों व मजदूरों की फटेहाली, पलायन की समस्याएं, प्रति व्यक्ति आय का कम होना और दिन प्रतिदिन आर्थिक बदहाली बढ़ती जा रही है। गरीबी-अमीरी का अंतर आसमान छूता जा रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि आम जनता में छटपटाहट है। त्रिध्रुवीय राजनीति आम लोगों की चाहत बन गई है। जन सुराज एक समग्र राजनीतिक मंच है, जो समस्याओं की चर्चा के साथ ही समाधान भी बताते हैं। जहां तक सामाजिक न्याय का प्रश्न है तो जन सुराज सार्वजनिक रूप से राजनीतिक भागीदारी का ऐलान किया है कि जिसकी जितनी भारी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी। यह पहली बार किसी राजनीतिक दल ने सार्वजनिक रूप से बात कही है। समतामूलक समाज निर्माण का जिक्र करते हुए श्री यादव ने कहा कि समता बिन समाज नहीं, जिसको समता की चाह रही, वह अच्छा इंसान नहीं। इसके लिए जाति से जमात की ओर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। समाजवाद के बिना जन सुराज की कल्पना नहीं हो सकती है।
जन सुराज का संकल्प है सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास से बिहार में नई व्यवस्था कायम करना चाहते हैं। राजनीति को सेवा का माध्यम बनाना चाहते हैं।जन संवाद कार्यक्रम में पूर्व पुलिस महानिरीक्षक आर के मिश्रा, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना एवं पूर्व विधायक राम कुमार यादव ने भी जन सुराज पार्टी के विचार धारा पर विस्तारपूर्वक चर्चा किए।
कार्यक्रम में जिला मुख्य संरक्षक कृष्ण कुमार राय, उमा शंकर कामत, प्रो.अरुण यादव, नरेश नयन,अभय कुमार सिंह, प्रकाश चंद मेहता,शांति देवी, रविन्द्र चौपाल, अनमोल भारती, लालकृष्ण आडवाणी, उमेश कुशवाहा, सुरजीत कुमार सिंह, रीति झा, मुकेश यादव, तपेश्वर भारती, मीनू कुशवाहा , ब्रजेश कुमार यादव, कलाधर यादव, सुल्ताना प्रवीण, शशि कुमार यादव, अनिल कुमार यादव, सीमा सिंह, योगेन्द्र यादव आदि ने सक्रिय भूमिका का निर्वहन किए।
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