सुपौल। जिले के चारों अनुमंडलों में स्थित 42 परीक्षा केंद्रों पर सोमवार से बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा कड़ी सुरक्षा और कदाचारमुक्त वातावरण में शुरू हुई। पहले दिन मातृभाषा विषय की परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। परीक्षा के पहले ही दिन दो परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया। दोनों परीक्षार्थी राजकीयकृत उच्च विद्यालय, निर्मली में किसी अन्य छात्र के स्थान पर परीक्षा देते पकड़े गए।
बिहार बोर्ड की इस परीक्षा में कुल 30,063 परीक्षार्थियों का नामांकन था, जिनमें से 29,429 छात्र उपस्थित रहे, जबकि 634 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। पहली पाली में 14,976 और दूसरी पाली में 14,453 परीक्षार्थी उपस्थित रहे।
परीक्षा को लेकर सुबह 8 बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की भीड़ जुटने लगी थी। सुबह 9 बजे के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश बंद कर दिया गया, जिससे कई छात्रों ने दीवार कूदकर परीक्षा केंद्र में घुसने की कोशिश भी की। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा का आयोजन कदाचारमुक्त माहौल में करने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा। आगे के दिनों में भी इसी सख्ती के साथ परीक्षा संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं।
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के किए गए थे सख्त इंतजाम
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर पूरी तरह प्रतिबंध था।
- परीक्षार्थियों की गहन तलाशी ली गई और घड़ी जैसे उपकरण बाहर ही जमा करा लिए गए।
- परीक्षा केंद्र में जूते-मोजे पहनने की अनुमति नहीं थी, सिर्फ चप्पल पहनकर प्रवेश दिया गया।
- केंद्रों के 100 गज के दायरे में निषेधाज्ञा लागू थी।
- हर केंद्र पर पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी।
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