सुपौल। प्रतापगंज में महर्षि मेंही परमहंस जी की जयंती समारोह रविवार, 11 मई को पूरे श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। इसको लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। आयोजन समिति के मंत्री संतोष कुमार समीर ने बताया कि दिन की शुरुआत प्रभात फेरी से होगी, जो सुबह 6:00 बजे निकाली जाएगी।
गुरु महाराज का चित्र एक भव्य रथ पर सजाकर पंचायत के विभिन्न मार्गों से होते हुए सत्संग मंदिर तक ले जाया जाएगा। शोभायात्रा में बैंड बाजा, चार चकिया वाहन, दो पहिया वाहन, सैकड़ों सत्संग प्रेमी, महिलाएं, बच्चे, और युवाओं की भागीदारी होगी।
शोभायात्रा के बाद 7:30 बजे से स्तुति, पाठ और आरती का आयोजन होगा। फिर गुरु महाराज की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद सभी भक्तों के लिए प्रसाद वितरण किया जाएगा।
11:00 बजे दिन से सामूहिक भंडारा शुरू होगा जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। भंडारे के बाद 2:00 बजे से भजन-कीर्तन, स्तुति, विनती और प्रवचन का कार्यक्रम होगा, जिसमें महर्षि मेंही जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर वक्ता प्रकाश डालेंगे।
संत मेंही परमहंस जी महाराज 101 वर्ष से अधिक समय तक मानव शरीर में रहे। भागलपुर के कुप्पाघाट आश्रम स्थित प्राचीन गुफा में उन्होंने मार्च 1933 से नवंबर 1934 तक 18 माह की कठिन साधना कर मोक्ष प्राप्त किया। 8 जून 1986 को उन्होंने अपने पार्थिव शरीर को त्यागा। उनका जीवन हर धर्म, वर्ग और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।
स्वामी पंकज बाबा ने बताया कि महर्षि मेंही जी ने मानवता और मोक्ष के मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सार्थक किया। आज भी कुप्पाघाट स्थित साधना पीठ श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का केन्द्र बना हुआ है।
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