सुपौल। त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के मचहा वार्ड संख्या 16 में बुधवार को एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा अवैध रूप से संचालित दवा दुकान पर ड्रग विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान दुकान से 63 प्रकार की दवाइयां जब्त की गईं, जो बिना किसी वैध लाइसेंस और कागजातों के रखी गई थीं।
ड्रग इंस्पेक्टर सरफराज आलम के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में बीडीओ अभिनव कुमार भारती को मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था। जब्त की गई दवाओं की गुणवत्ता जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी जा रही है।
जांच के दौरान सामने आया कि ये दवाइयां कुरियर के माध्यम से मंगाई गई थीं। इससे पहले 2 मई को डेली वेरी कुरियर कंपनी से 87 प्रकार की दवाइयां जब्त की गई थीं, जिनकी कुल कीमत ₹66,696 थी। इन दवाओं के बिल पर डॉ. विलास का नाम दर्ज था, जो मचहा, सत्संग मंदिर के समीप का निवासी है।
बिल सत्यापन के बाद बुधवार को डॉ. विलास के घर पर छापा मारा गया, जहां अवैध दवा दुकान संचालित पाई गई। छापेमारी के दौरान डॉ. विलास फरार हो गया। घरवालों के सहयोग से दुकान को खोला गया।
ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि फरार डॉक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें सुपौल सदर, वीरपुर और प्रतापगंज के ड्रग इंस्पेक्टर शामिल थे।सरफराज आलम ने स्पष्ट किया कि बिना लाइसेंस संचालित सभी दुकानों के खिलाफ आगे भी इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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