सुपौल। दिव्यांग बच्चों की पहचान और उन्हें सरकारी सुविधाओं से जोड़ने के उद्देश्य से बुधवार को रेफरल अस्पताल राघोपुर परिसर में दिव्यांगता पहचान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में तीन दिव्यांग बच्चों को यूनिक डिसएबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड निर्गत किया गया, जबकि 12 बच्चों को आंखों और श्रवण संबंधित गंभीर समस्याओं के कारण सुपौल सदर अस्पताल रेफर किया गया।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दीप नारायण राम ने जानकारी देते हुए बताया कि यह शिविर किशोर न्याय अनुश्रवण समिति, पटना उच्च न्यायालय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के निर्णय के आलोक में आयोजित किया गया। 28 अप्रैल को हुई बैठक में जिले भर में जागरूकता अभियान चलाकर दिव्यांग बच्चों के लिए प्रखंड स्तर पर शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया था।
डॉ. राम ने बताया कि जिलाधिकारी, सुपौल के निर्देशानुसार राघोपुर प्रखंड में 5 मई से शिविर की शुरुआत की गई थी। बुधवार को आयोजित शिविर में विशेष रूप से बच्चों की पहचान कर उनकी स्वास्थ्य जांच की गई और आवश्यकतानुसार कार्ड जारी या रेफर किया गया।
शिविर के आयोजन में डॉ. दीपक कुमार गुप्ता, डॉ. राहुल झा, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक नोमान अहमद, आशा मैनेजर मो. शादाब, लिपिक विनोद राय एवं राजेश पांडेय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
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