सुपौल। विश्व माहवारी स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत शुक्रवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय, सरायगढ़ में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता शिक्षिका बबीता कुमारी ने विद्यालय की किशोरी छात्राओं को माहवारी के दौरान अपनाई जाने वाली स्वच्छता संबंधी सावधानियों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि किशोरियों को इस दौरान विशेष रूप से स्वच्छता बनाए रखने, नियमित अंतराल (हर 4-5 घंटे में) पर सेनेटरी पैड बदलने, तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस समय उन्हें तनावमुक्त रहकर विश्राम करने और गर्म पानी, रेशेदार फल एवं तरल पदार्थों के सेवन को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम में उन्होंने यह भी बताया कि समाज में माहवारी को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करना जरूरी है। उन्होंने नारा देते हुए कहा, "माहवारी शर्म नहीं, सम्मान है — औरतों की पहचान है।"
इस अवसर पर शिक्षिका सरिता यादव, चंद्रा देवी सहित विद्यालय की कई छात्राएं जैसे अनामिका कुमारी, अंशु कुमारी, निकिता कुमारी, गुड़िया कुमारी, आशा कुमारी, अंजली कुमारी, विनीता कुमारी, संजू कुमारी, संजुला कुमारी, और मौसम कुमारी सहित अन्य छात्राएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों को माहवारी के प्रति जागरूक बनाकर उन्हें स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति सचेत करना था, ताकि वे भविष्य में स्वस्थ और आत्मनिर्भर बन सकें।
कोई टिप्पणी नहीं