सुपौल। कोसी क्षेत्र को बाढ़ से होने वाले खतरे से निपटने के उद्देश्य से बुधवार को बिहारी गुरमैता उच्च विद्यालय, भपटियाही परिसर में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन और पोखर किनारे फीता काटकर प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, अंचलाधिकारी धीरज कुमार, पंचायत मुखिया विजय कुमार यादव, मनोज यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने किया।
प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव ने कहा कि कोसी क्षेत्र बाढ़ प्रभावित इलाका है, जहां हर साल नदी में डूबने से कई लोगों की जान जाती है। बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण मिलने से इस तरह की घटनाओं में कमी आएगी।
अंचलाधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित तैराकी सिखाकर उन्हें आपदा के समय आत्मरक्षा करने योग्य बनाना है। प्रशिक्षित बच्चे न केवल खुद की सुरक्षा कर सकेंगे, बल्कि अन्य बच्चों की जान भी बचा सकेंगे।
जिला आपदा मास्टर ट्रेनर विद्यासागर यादव, गोविंद कुमार यादव, किशुनदेव यादव, मनोज कुमार शर्मा, रामसागर राम व अनिल कुमार राम ने बताया कि यह प्रशिक्षण 21 मई से 31 जुलाई तक चलेगा। इसमें 6 से 18 वर्ष तक के 70 बच्चों को दो शिफ्टों में प्रतिदिन दो-दो घंटे तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कुल 72 दिनों तक चलेगा।
मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं प्रशिक्षण लेने वाले दर्जनों बच्चे मौजूद थे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे बच्चों की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए जरूरी कदम बताया।
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