सुपौल। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर निर्मली प्रखंड के कमलपुर वार्ड संख्या-2 स्थित स्मृति मेहता पोखर में बुधवार से सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस 12 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन अंचलाधिकारी विजय प्रताप ने फीता काटकर किया।
इस कार्यक्रम के तहत 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों को आपदा की स्थिति में आत्मनिर्भर बनाने हेतु तैराकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन दो बैचों में कुल 70 बच्चों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। यह प्रशिक्षण प्रतिदिन दो से ढाई घंटे तक चलेगा, जिसमें बच्चों को जूस, बिस्कुट और हल्का नाश्ता भी दिया जाएगा।
निर्मली अंचलाधिकारी विजय प्रताप ने कहा कि सरकार की यह योजना बच्चों को प्राकृतिक आपदाओं, विशेषकर बाढ़ की स्थिति में स्वयं की और दूसरों की रक्षा करने योग्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी स्कूलों के छात्रों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की।
कमलपुर के मुखिया प्रकाश चंद्र मेहता ने इस पहल को युवा पीढ़ी के लिए लाभकारी बताया और कहा कि यह प्रशिक्षण बच्चों को आत्मनिर्भर और सुरक्षित तैराक बनाएगा।
प्रशिक्षण शिविर में मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रकाश कुमार, लाल बहादुर मुखिया, महादेव मुखिया और राधेश्याम कामत बच्चों को तैराकी की बारीकियां सिखा रहे हैं। शिविर की निगरानी स्वयं अंचलाधिकारी कर रहे हैं।
मौके पर अंचल नाजिर अफरोज आलम, राजस्व अधिकारी रामदेव प्रसाद यादव, प्रखंड उप प्रमुख हरेराम मेहता सहित कई समाजसेवी, शिक्षाविद एवं गणमान्य लोग मौजूद थे। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे बच्चों के भविष्य के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।
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