सुपौल। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी के क्रम में सुपौल जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा ईवीएम और वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच (First Level Checking - FLC) की प्रक्रिया 17 जून 2025 से प्रारंभ की जा रही है। इससे पहले आज अपराह्न 4 बजे प्रेस ब्रिफिंग आयोजित की गई जिसमें निर्वाचन से जुड़ी प्रमुख जानकारियों को साझा किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार निर्वाचन आयोग द्वारा ECIL कम्पनी निर्मित EVM/VVPAT मॉडल M3 का उपयोग किया जाना है। सुपौल जिले के वेयरहाउस में वर्तमान में 3184 बैलट यूनिट (BU), 2498 कंट्रोल यूनिट (CU), एवं 2696 वीवीपैट मशीनें सुरक्षित रखी गई हैं।
FLC प्रक्रिया में ECIL के 14 अभियंताओं द्वारा पर्यवेक्षण किया जाएगा, जिसमें प्रेक्षक की उपस्थिति और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पहले ही 14 जून को बैठक में जानकारी दी जा चुकी है।
FLC हेतु कुल मतदान केन्द्रों की संख्या का 125% BU-CU और 135% VVPAT की आवश्यकता होती है। जिला में मशीनें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
सभी कर्मियों, पदाधिकारियों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के आईडी कार्ड बनाए जाएंगे, जिनके बिना प्रवेश वर्जित रहेगा।राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि FLC निरीक्षण, पिंक पेपर सील और उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर करेंगे।
प्रक्रिया प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी और पूरी प्रक्रिया की वेबकास्टिंग की जाएगी। प्रत्येक BU पर डमी बैलट लगा कर 96 वोट (6 वोट प्रति बटन) डाल कर जांच की जाएगी। FLC के बाद अलग-अलग प्रतिशत में EVM पर Mock Poll (प्रयोगात्मक मतदान) किया जाएगा।
FLC के दौरान P-FLCU मशीन से खराबी की जांच की जाएगी। FLC OK EVM को डबल लॉक सील में वेयरहाउस में सुरक्षित रखा जाएगा। एक चाबी जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं दूसरी उप निर्वाचन पदाधिकारी के पास होगी।
FLC Fail EVM को सात दिन के भीतर ECIL हैदराबाद भेजा जाएगा। FLC की स्थिति की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को प्रदान की जाएगी। एक CU में चार BU जोड़कर Load Test किया जाएगा।
1200 से अधिक निर्वाचकों वाले केन्द्रों के कारण 282 नए मतदान केन्द्रों की संभावना है। यदि निर्वाचक संख्या में और वृद्धि हुई तो सहायक मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे। अभी तक 90% कार्मिक डाटा संग्रह किया जा चुका है।
CAPF के लिए 55 आवासन स्थल चिन्हित किए गए हैं जहां AMF की व्यवस्था रहेगी। प्रत्येक मतदान केन्द्र की टैगिंग के साथ सेक्टर पदाधिकारी नियुक्त किए जा रहे हैं जो AMF की निगरानी व Vulnerable स्थानों की पहचान करेंगे।
प्रत्येक 10 मतदान केन्द्रों पर BLO पर्यवेक्षक तैनात रहेंगे जो मतदाता सूची निर्माण में सहयोग देंगे। अब तक राजनीतिक दलों द्वारा BLA-2 का नामांकन नहीं किया गया है, जिसकी आवश्यकता पर 14 जून की बैठक में ज़ोर दिया गया।
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