सुपौल। त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत लालपट्टी वार्ड नंबर 17 निवासी ग्रामीण पशु चिकित्सक डॉ. मनीष कुमार के लापता होने की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। सोमवार को घर से काम पर निकले डॉ. मनीष मंगलवार दोपहर तक वापस नहीं लौटे, जिसके बाद परिजनों ने त्रिवेणीगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रामसेवक रावत के नेतृत्व में पुलिस ने मानवीय व तकनीकी अनुसंधान शुरू किया और महज दो घंटे के भीतर थाना क्षेत्र के जरेला से डॉ. मनीष को सकुशल बरामद कर लिया।
पूछताछ में डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने बहनोई अरविंद कुमार से पाँच लाख रुपये का कर्ज लिया था। उसी कर्ज के दबाव और मानसिक तनाव के कारण वे स्वेच्छा से घर छोड़कर निकल गए थे। उन्होंने सोमवार रात सुपौल रेलवे स्टेशन पर बिताई और मंगलवार को डपरखा समेत विभिन्न इलाकों में भटकते रहे।
परिजनों ने पुलिस को स्पष्ट रूप से बताया कि यह कोई अपहरण का मामला नहीं है, और वे किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज नहीं कराना चाहते। इसके बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर डॉ. मनीष को सकुशल उनके परिजनों को सौंप दिया।
थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने बताया कि पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मानवीय संवेदना और तकनीकी सहायता का इस्तेमाल कर समय पर व्यक्ति को खोज निकाला। मामले के शांतिपूर्वक समाधान पर परिजनों ने भी पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है।
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