सुपौल। जिला आवास कर्मी संघ की एक अहम बैठक रविवार को व्यापार संघ भवन में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष राजकिशोर कुमार ने की। बैठक में आवास कर्मियों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार और विभाग के प्रति गहरी नाराजगी जताई।
जिलाध्यक्ष राजकिशोर कुमार ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग के अधीन प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में कार्यरत आवास कर्मियों से अत्यंत अल्प मानदेय पर काम कराया जा रहा है, जबकि वे न सिर्फ केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को अमलीजामा पहनाते हैं, बल्कि अन्य विभागीय कार्यों को भी समय पर निष्पादित करते हैं। इसके बावजूद उन्हें उचित सम्मान और वेतन नहीं मिल रहा, जिससे वे मानसिक तनाव में जीवन गुजारने को मजबूर हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का रवैया उनके प्रति सौतेलापन भरा है। यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। संघ ने इस मुद्दे को लेकर सरकार व विभाग को ज्ञापन सौंपने का निर्णय भी लिया है।
बैठक में अन्य कर्मियों ने भी कहा कि कम समय में कार्य पूरा करने का दबाव, और अल्प मानदेय की वजह से वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस मानसिक तनाव के कारण कई आवास कर्मियों की असमय मृत्यु भी हो चुकी है। संघ ने सरकार से मांग की है कि आवास कर्मियों के साथ हो रहे अन्यायपूर्ण व्यवहार को तत्काल रोका जाए और उनकी मांगों को मानते हुए मानदेय में वृद्धि की जाए।
बैठक में सूर्यभूषण मणि, राहुल कुमार, संजीव कुमार, प्रभाष कुमार, संतोष मंडल, अमलेश कुमार, रंजीत कुमार, कृष्ण कुमार, खालिद कैसर, रवि प्रकाश, राजेश कुमार, शशांक कुमार, सुमन कुमार, मणिभूषण कुमार, राजन कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, किसुनदेव राम, संतोष सिंह, योगेन्द्र मंडल, प्रशांत कुमार, राजकुमार, संजय कुमार, उदय कुमार, निजामउददीन, महेश कुमार, बिजेन्द्र कुमार, सुनील कुमार, दिनेश कुमार और दिया कुमारी शामिल थे।
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