सुपौल। अपनी 14 सूत्री लंबित मांगों को लेकर मंगलवार को बिहार राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के कर्मचारियों ने काला फीता (ब्लैक रिबन) लगाकर काम किया और लंच ऑवर में जोरदार नारेबाजी कर राज्य सरकार के प्रति विरोध जताया।
बिहार राज्य आईटीआई कर्मचारी संघ के महासचिव मनोज कुमार यादव एवं मुख्य संरक्षक प्रेमचंद कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि यह एक दिवसीय प्रतीकात्मक आंदोलन पूरे राज्य के आईटीआई संस्थानों में एकसाथ आयोजित किया गया।
आईटीआई कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में अनुदेशकों का पदनाम परिवर्तित कर प्रशिक्षण अधिकारी करना, ग्रेड पे ₹4600 निर्धारित करना, निम्न वर्गीय लिपिकों का ग्रेड पे ₹2800 करना, 75% उप प्राचार्य के पदों पर वरीयता के आधार पर प्रोन्नति देना, सभी संविदा अनुदेशकों को नियमित करना और कार्यमुक्त संविदा एवं अतिथि अनुदेशकों को सेवा में वापस लेना शामिल है। इसके अतिरिक्त उपार्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश जैसे सुविधाओं की स्वीकृति संस्थान स्तर पर प्राचार्य अथवा कार्यालय प्रधान से करने की भी मांग की गई है।
आईटीआई सुपौल में यह कार्यक्रम बिनोद कुमार (जिला सचिव), अमन कुमार, अरुण कुमार राय, बृजमोहन कुमार, विजय प्रसाद (ग्रुप अनुदेशक), अनिल कुमार अकेला (प्रधान लिपिक), हिमांशु कुमार, बिपिन कुमार राम, गौतम कुमार, उज्ज्वल कुमार, जयनारायण पाठक, शिल्पा कुमारी, नेहा कुमारी, गौरव कुमार सहित सभी कर्मियों के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुपौल जिले के सभी पांच सरकारी आईटीआई में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित हुआ। आंदोलनकारी कर्मचारियों ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा किया जाए, अन्यथा वे आगामी दिनों में धरना, प्रदर्शन एवं हड़ताल जैसे कठोर कदम उठाने को विवश होंगे।
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