सुपौल। नगर पंचायत निर्मली में अतिक्रमण के विरुद्ध प्रशासन द्वारा कड़ा कदम उठाया गया। यह कार्रवाई जिलाधिकारी सावन कुमार के आदेश पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) शशिकांत के नेतृत्व में संचालित की गई। नगर क्षेत्र में नाली और सड़क तक सामान फैलाकर व्यवसाय कर रहे दुकानदारों पर शिकंजा कसा गया।
कार्रवाई के दौरान कुल 16 दुकानदारों पर ₹33,000 का चालान काटा गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि पूर्व में चेतावनी दिए जाने के बावजूद कई दुकानदारों ने नाली और सड़क पर कब्जा कर दुकान का विस्तार कर लिया था, जिससे आम राहगीरों को खासी परेशानी हो रही थी। चेतावनी की अनदेखी करने वालों के खिलाफ यह सख्त कदम उठाया गया।
इस अभियान के दौरान नगर में बिना ट्रेड लाइसेंस संचालित एक दवा दुकान को भी चिन्हित कर बंद करा दिया गया। इस कार्रवाई को लेकर विवाद खड़ा हो गया। दुकानदार का कहना है कि उसके पास वैध ड्रग लाइसेंस, जीएसटी नंबर समेत सभी आवश्यक दस्तावेज मौजूद थे, फिर भी ईओ के दबाव में दुकान जबरन बंद कराई गई। दुकानदार ने आरोप लगाया कि कर्मियों से जबरन ताला भी लगवाया गया, जिसे लेकर नगर के व्यापारियों में नाराजगी देखी गई। कई दुकानदारों ने इसे अनुचित बताते हुए ईओ शशिकांत के रवैये पर सवाल उठाए।
हालांकि, प्रशासन की कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में खौफ का माहौल बन गया है। ईओ के सड़क पर उतरते ही कई दुकानदार खुद ही अपने सामान समेटते नजर आए। नगर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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