सुपौल। छातापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय शंकरपट्टी में पठन-पाठन बहाल कर दिया गया है, जो शनिवार को मिड-डे मील (एमडीएम) खाने से बच्चों की तबीयत बिगड़ने की घटना के बाद बंद हो गया था। सोमवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी छातापुर डॉ. राकेश गुप्ता ने विद्यालय का निरीक्षण किया और स्थिति की समीक्षा की।
निरीक्षण के क्रम में बीडीओ ने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की जांच की और पठन-पाठन व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिया कि बच्चों की सुरक्षा और भोजन की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोताही न हो।
बता दें कि शनिवार को विद्यालय में मिड-डे मील खाने के बाद आठ दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। दर्जनों बच्चों को उल्टी-दस्त और चक्कर की शिकायत हुई, जिससे विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई। घटना की खबर क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गई, जिसके बाद बच्चों के अभिभावक घबराए हुए हाल में स्कूल पहुंचे।
बच्चों को तत्काल छातापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लाया गया, जहां सभी वार्डों में बच्चों को भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ डॉ. राकेश गुप्ता, सीओ राकेश कुमार और थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और बच्चों के इलाज और स्वास्थ्य की जानकारी ली।
तीनों अधिकारी पुलिस बल के साथ देर शाम तक सीएचसी और विद्यालय दोनों स्थानों पर मौजूद रहे और स्थिति को नियंत्रित किया।
बीडीओ ने साफ किया है कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए स्कूल प्रशासन और एमडीएम प्रभारी को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। साथ ही, भोजन की गुणवत्ता की नियमित निगरानी और बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
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