सुपौल। राघोपुर प्रखंड में पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख मोहम्मद फिदा हुसैन की कार्यप्रणाली और व्यवहार को लेकर गहरी नाराज़गी जताई है। असंतुष्ट सदस्यों ने एक लिखित आवेदन के माध्यम से प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है और प्रशासन से शीघ्र बैठक बुलाने की अपील की है।
सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्रमुख फिदा हुसैन बिना समिति की सहमति के मनमाने ढंग से निर्णय लेते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 के अनुसार हर दो माह में कम से कम एक बैठक आयोजित करना अनिवार्य है, लेकिन प्रमुख द्वारा इस नियम की लगातार अनदेखी की जा रही है।
इसके अलावा समिति सदस्यों का यह भी आरोप है कि बैठकों की कार्यवाही को नियमित रूप से रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाता, जिससे पारदर्शिता पर सवाल खड़े होते हैं।
सबसे गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि प्रमुख केवल अपने निर्वाचन क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए वहीं पर योजनाओं का चयन एवं क्रियान्वयन करा रहे हैं, जिससे अन्य पंचायतों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
सदस्यों ने यह भी कहा कि पंचायत समिति की बैठकों में मुखिया गण से सहमति नहीं ली जाती, जिसके चलते कई बार वे बैठक में भाग नहीं लेते और कार्य में असंतोष का माहौल बना रहता है।
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पंचायत समिति, राघोपुर के सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस संबंध में जल्द से जल्द समिति बैठक की तिथि निर्धारित कर सूचना जारी की जाए।
इस संबंध में आवेदन की प्रति बीडीओ राघोपुर, एसडीएम वीरपुर और जिला पंचायती राज पदाधिकारी को भी भेजी गई है।
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