सुपौल। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल करते हुए वन प्रमंडल सुपौल के तत्वावधान में शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर में वन महोत्सव वर्ष 2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी सावन कुमार द्वारा रुद्राक्ष का पौधा लगाकर किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शरथ आर.एस. ने चंदन तथा उप विकास आयुक्त सारा अशरफ ने आम का पौधा लगाया।
वन महोत्सव के इस आयोजन में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी सामूहिक रूप से वृक्षारोपण कर पर्यावरण सुरक्षा में अपनी भागीदारी निभाई। इस अवसर पर विद्यालय परिसर हरियाली से भर उठा और हरित सुपौल की परिकल्पना साकार होती नजर आई।
अपने संबोधन में जिलाधिकारी श्री कुमार ने "जल-जीवन-हरियाली" अभियान की महत्ता को रेखांकित करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनके संरक्षण की अपील की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण अनिवार्य है। इसमें प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए। वन विभाग को चाहिए कि इसे जन आंदोलन का रूप दे।
उप विकास आयुक्त सारा अशरफ ने वृक्षों को “धरती के फेफड़े” की संज्ञा देते हुए कहा कि वृक्षारोपण केवल एक पर्यावरणीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह जीवन रक्षा का माध्यम है। उन्होंने बच्चों से पर्यावरण रक्षक बनने का आह्वान किया।
पुलिस अधीक्षक शरथ आर.एस. ने वन महोत्सव को पर्यावरण जागरूकता का महापर्व बताया। उन्होंने कहा कि केवल वृक्ष लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा और देखभाल भी सामाजिक दायित्व है।
कार्यक्रम में वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रतीक आनंद, नवोदय विद्यालय के शिक्षकगण, प्रशासनिक अधिकारी, छात्र-छात्राएं और स्थानीय ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही। सभी ने एक स्वर में पर्यावरण संरक्षण को अपने जीवन का संकल्प बनाने की बात कही।
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