सुपौल। त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के हरीहरपट्टी पंचायत वार्ड संख्या 7 में मंगलवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां 13 वर्षीय बालक विकास की निर्मम हत्या कर दी गई और सबूत मिटाने के लिए उसके शव को आनन-फानन में जला दिया गया।
मामले में मृतक की मां मंजू देवी की लिखित शिकायत पर कांड संख्या 457/25 दर्ज कर पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है। हालांकि अब तक न तो किसी की गिरफ्तारी हो पाई है और न ही हत्या के कारणों का खुलासा हो सका है।
मंजू देवी ने प्राथमिकी में बताया है कि सोमवार की रात लगभग 10 बजे उनका बेटा विकास पड़ोस के ही सौरभ कुमार और गौरव कुमार के साथ घर के बाहर सड़क पर था और उसने कहा था कि वह थोड़ी देर में लौट आएगा।
मंगलवार सुबह करीब 4 बजे जब मंजू देवी अपने आंगन में बने कमरे में गईं तो उन्होंने देखा कि उनका बेटा मृत पड़ा है। उसके गले में पटुआ की रस्सी बंधी थी, शरीर पर गहरे जख्म और ललाट पर सूजन के निशान थे।
चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हुए। आरोप है कि इसके बाद गांव के कई लोग जिनमें मुखिया पति राजू ऋषिदेव, बिंदेश्वरी मंडल, संतोष मंडल, बौआ मंडल उर्फ रामकृष्ण मंडल, पंचायत समिति सदस्य गुलाब मंडल, जिला परिषद सदस्य अरुण यादव उर्फ लल्लू यादव, धीरेन्द्र मंडल, उमेश मंडल समेत दर्जनों लोग शामिल थे, वे आए और आनन-फानन में शव को बांस की झाड़ियों के बीच जलावन व यूरिया से जला दिया।
मृतक की मां ने सौरभ कुमार, गौरव कुमार और इनके पिता संतोष मंडल पर हत्या का आरोप लगाया है तथा अन्य लोगों पर सबूत नष्ट करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
घटना की जानकारी के बाद बुधवार को एसडीपीओ विभाष कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और मृतक के परिजनों से पूछताछ की।
एसडीपीओ ने बताया कि मृतक की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है लेकिन साक्ष्य के आधार पर जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधी हर हाल में पकड़े जाएंगे।

कोई टिप्पणी नहीं