सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देश पर बुधवार को प्रखंड क्षेत्र में कई निजी नर्सिंग होम की जांच की गई। इस दौरान बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित अस्पतालों का खुलासा हुआ।
जांच दल में सिविल सर्जन डॉ. ललन ठाकुर, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी शशि भूषण कुमार, बीडीओ अच्युतानंद, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चंद्रभूषण मंडल, डॉ. नुरोज आलम और लेखा प्रबंधक राजीव रंजन मिश्रा शामिल थे।
ग्लोबल हॉस्पिटल, सरायगढ़ : भर्ती मरीज काजल कुमारी और सुलोचना कुमारी से पूछताछ की गई, जिनका ऑपरेशन क्रमशः 1 और 2 सितंबर को हुआ था। आर.के. हेल्थ केयर सेंटर, भपटियाही : केवल ओपीडी संचालित पाया गया, लेकिन आवश्यक रजिस्ट्रेशन व कागजात नहीं मिले।कोसी हॉस्पिटल, सरायगढ़ : सभी कागजात नियमसम्मत पाए गए और संचालन संतोषजनक मिला।
सिविल सर्जन डॉ. ललन ठाकुर ने बताया कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम चल रहे हैं, जो मरीजों का शोषण कर रहे हैं। ऐसे संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को नियमित जांच का निर्देश भी दिया गया है।
जैसे ही छापेमारी अभियान की भनक मिली, कई नर्सिंग होम संचालकों ने अपने अस्पतालों में ताले लगाकर फरार हो गए। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे इलाके के निजी नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मच गया है।

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