- आयोजित की गई आशा कार्यकर्त्ता एवं फैसिलिटेटरों की समीक्षात्मक बैठक
- ससमय उपलब्ध करायें प्रगति प्रतिवेदन
सुपौल। जिला स्वास्थ्य समिति सुपौल कार्यालय में आशा कार्यक्रम संबंधित समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में आशा संबंधित सभी प्रकार के कार्यक्रम के मासिक प्रतिवेदन, आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों के लक्ष्य के विरुद्ध शत-प्रतिशत चयन, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, मोबाइल एकेडमी, अश्विन पोर्टल, ई-पीएमएसएमए, एनसीडी, टीबी, टीकाकरण, परिवार नियोजन, किलकारी योजना, अतिकुपोषित बच्चों को चिह्नित कर पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्त्ती करने हेतु रेफर एवं अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी। इस मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. मेजर शशि भूषण प्रसाद, किलकारी के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक जेवियर्स, प्रमंडलीय आशा समन्वयक अभिनाश कुमार, जिला स्वास्थ्य समिति सुपौल के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. मिन्नतुल्लाह, जिला योजना समन्वयक -सह- प्रभारी जिला सामुदायिक उत्प्रेरक बाल कृष्ण चौधरी, केयर इंडिया की ओर से मनु कुमारी, जिले के सभी प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों के साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।
समय पर उपलब्ध करायें प्रगति प्रतिवेदन
प्रमंडलीय आशा समन्वयक अभिनाश कुमार ने बताया कि आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों की इस समीक्षात्मक बैठक में जिले में कार्यरत आशा कार्यकर्त्ता एवं आशा फैसिलिटेटरों से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई । उनके मुताबिक बैठक में उन्हें ससमय प्रगति प्रतिवेदन प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति को प्रत्येक माह की 5 वीं तारीख तक उपलब्ध कराने को कहा गया। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति को प्रत्येक माह की 10वीं तारीख तक आशा कार्यकर्त्ता एवं आशा फैसिलिटेटरों द्वारा प्राप्त संबंधित कार्यक्रमों के प्रगति प्रतिवेदन को संकलित करते हुए प्रमण्डलीय स्तर पर प्रतिवेदित करने के निदेश जारी किये गये। समीक्षात्मक बैठक में सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से लागों को अवगत करना एवं जागरूक करते हुए उनको इससे लाभान्वित करने के भी निदेश जारी किये गये।
आशा कार्यकर्त्ता एवं फैसिलिटेटरों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का मिलेगा लाभ
समीक्षात्मक बैठक में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के सफल क्रियान्वयन पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के ऐसे कर्मचारी जिनकी आयु 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच की एवं उनकी मासिक आमदनी 15 हजार रुपये अथवा उससे कम है, को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना से जोड़ा जा सकता है। इस योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार एवं लाभार्थी की मासिक हिस्सेदारी क्रमशः 50-50 फीसदी की होगी। लाभार्थी को 60 वर्ष की उम्र के बाद उनके मृत्यु तक प्रत्येक माह 3 हजार रुपये पेंशन के तौर पर मिलेगा। इसके लिए जिले में कार्यरत सभी आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का सदस्य बनाया जाना है। ताकि जिले में कार्यरत आशा कार्यकत्ता एवं फैसिलिटेटरों इसका लाभ उठा सकें।
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