सुपौल। छातापुर प्रखंड के आदर्श प्राथमिक विद्यालय केवला में बाल दिवस बड़े ही गरिमामय और उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया। सुबह की प्रार्थना सभा के बाद कार्यक्रम की शुरुआत भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। सभी शिक्षक और छात्र–छात्राओं ने चाचा नेहरू को श्रद्धांजलि दी।
शिक्षकों ने चाचा नेहरू के जीवन, उनके विचारों तथा बाल शिक्षा और बाल अधिकारों पर विस्तार से प्रेरक संदेश दिए। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक नरेश कुमार निराला ने अपने संबोधन में कहा कि चाचा नेहरू बच्चों को देश की असली शक्ति मानते थे। उनका मानना था कि प्रत्येक बच्चे को सुरक्षित वातावरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अपने सपनों को उड़ान देने का पूरा अवसर मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाल दिवस मनाने का उद्देश्य केवल उत्सव नहीं है, बल्कि बच्चों में शिक्षा, स्वच्छता, अनुशासन और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना भी है। उन्होंने सभी से बच्चों के सर्वांगीण विकास और संवेदनशील समाज निर्माण में सहयोग देने की अपील की।
शिक्षकों ने छात्रों को नियमित अध्ययन, अनुशासन और साफ–सफाई की आदतों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। सभी बच्चों ने शिक्षकगण के प्रेरक बातों को ध्यानपूर्वक सुना और इन आदतों को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के समापन पर बच्चों के बीच टॉफी, फल और विभिन्न उपहार वितरित किए गए। बच्चों में इन उपहारों को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। उपस्थित शिक्षकों ने सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य, अच्छे स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास की शुभकामनाएं दीं।
मौके पर शिक्षिका नीतू कुमारी, मोनिका कुमारी, रूपम कुमारी, सत्यम कुमार, संध्या कुमारी, जुली कुमारी, अंकित कुमार, लवली कुमारी, अभिनंदन कुमार सहित विद्यालय के अनेक छात्र–छात्राएं उपस्थित रहे।
बाल दिवस का यह कार्यक्रम बच्चों के चेहरों पर मुस्कान के साथ समाज के लिए भी संदेश छोड़ गया कि बच्चों की खुशियां ही देश की असली प्रगति का आधार हैं।

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