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कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान तिल्हेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पहली बार हुआ तिल्हेश्वर महोत्सव का आयोजन

सुपौल। सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित तिल्हेश्वर स्थान में गुरूवार को पहली बार कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में तिल्हेश्वरनाथ महोत्सव का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार, मधु और गायत्री के स्वागत गान और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाय। पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होने से रोजगार के द्वार खुलेंगे। इलाके के युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होने कहा कि यह स्थल आस्था और विश्वास से जुड़ा हुआ है। इसलिये सबों को इस स्थल के विाकस के लिये प्रयास करना चाहिये। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यहां तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जायेगा।
पिपरा विधायक रामविलास कामत ने कहा कि इस स्थान की कथा काफी पुरानी है। तिल्हेश्वर स्थान से आज यह स्थल तिल्हेश्वरधाम से नाम से प्रसिद्ध हुआ। हम ग्रामीणों के लिये इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि उर्जा मंत्री के सार्थक प्रयास से यह महोत्सव संभव हो पाया है। जिला प्रशासन से आग्रह करते विधायक ने कहा कि आगे भी यह महोत्सव देवोत्थान एकादशी के दिन ही हो, इसके लिये हर संभव प्रयास करें।
पूर्व सभापति हारूण रसीद ने कहा कि मनुष्य के शरीर के अंदर आत्मा होती है। आत्मा आस्था से चलती है। सभी धर्म के लोगों को समान रूप से सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिये। यहां आने वाले कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटते. यही कारण है कि यहां दूर-दराज से भी लोग पूजा-अर्चना के लिये आते हैं।
डीएम कौशल कुमार ने कहा कि उर्जा मंत्री के प्रयास से यह महोत्सव संभव हो पाया है. आगे से यह महोत्सव दो या तीन दिवसीय करने पर विचार किया जायेगा।

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