सुपौल। किशनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत राजपुर पंचायत के सिसौनी गांव में किसान जागरूकता अभियान के तहत किसानों को मिट्टी जांच से फायदा के बारे जानकारी दी गई। साथ ही कई किसानों के खेतों की मिट्टी जांच की गयी। फसल किसान जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तहत अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अश्विनी कुमार की उपस्थिति में किसानों को मिट्टी जांच से संबंधित जानकारी दी गयी। किसानों को बताया गया कि मिट्टी के जांचोपरांत उर्वराशक्ति के आधार पर उर्वरक का अनुशंसा किया जाएगा। किसानों को बताया गया कि खेत से प्राप्त मिट्टी के नमूने के जांचोपरांत खेत का पीएच, ईसी, जैविक कार्बन के अतिरिक्त अन्य पोषक तत्वों की मात्रा सामान्य, अधिक या कम होने के स्तर का पता चलता है। बताया कि लक्षित उपज प्राप्त करने हेतु नेत्रजन, फास्फेट, पोटाश की शत-प्रतिशत मात्रा की मात्रा दिखाई देगा। इसमें साफ्टवेयर के माध्यम से नेत्रजन के कुल आवश्यकता का 20 प्रतिशत वर्मी कम्पोष्ट से प्राप्त हेतु गणना की जाती है। यह मात्रा किलोग्राम प्रति एकड़ के दर से है। किसान अपने खेत के रकवा के अनुसार पोषक तत्वों के मात्रा की जानकारी प्राप्त करेंगे। इस दौरान 30 किसान से मिट्टी का नमूना लिया गया। जिसका 15 दिन के बाद जांचोपरांत संबंधित कृषक को मृदा कार्ड उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे पता चलेगा कि फसलवार किस खेत में कौन सा और कितना खाद दिया जाना है। बैठक में सहायक निदेशक रसायन अमितेश कुमार, सहायक अनुसंधान पदाधिकारी अशोक कुमार, कृषि समन्यवक धनंजय कुमार झा, किसान सलाहकार सुशील कुमार, कार्यपालक सहायक सुमित कुमार सहित किसान बंधु उपस्थित थे।
किशनपुर : किसानों को मिट्टी की जांच कर खेती करने की दी गई जानकारी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं