सुपौल। एसएसबी फ्रांटियर मुख्यालय पटना के डीआईजी के रणजीत ने एसएसबी 45वीं बटालियन के शैलेशपुर बीओपी में मंगलवार को स्थानीय व्यापारियों के साथ बैठक की। बैठक में स्थानीय लोगों से परिचय लेने के बाद डीआईजी श्री रणजीत ने सीमावर्ती क्षेत्र में व्यापारियों को हो रही परेशानियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गणतंत्र में नीतियों का पालन करना जरूरी है। आप अपनी नीतियों में सुधार लाएं। ट्रेड और नियमों में यह नहीं लिखा है कि आप नियमों का उल्लंघन करें। यदि आप जनसंख्या से अधिक सामानों का संग्रहण करते हैं तो इसके लिए भी नियम और क़ानून बना होगा। कानून और नियमों का पालन करना जरुरी है। यदि आपको नीतियों से समस्या है तो अपने प्रतिनिधियों को इसकी शिकायत करें।
कहा कि विकसित देशों में लोग ईमानदारी से सरकार को टैक्स भरते हैं। स्थानीय व्यापारियों का कहना था कि कम सामान लेने वाले ग्राहकों को भी बॉर्डर पर तैनात जवानों के द्वारा वापस किया जाता है। कभी कभी तो दुर्व्यवहार का मामला भी संज्ञान में आता है। व्यापारियों ने कहा कि सदियों से नेपाल मित्रराष्ट्र होने के चलते बेटी रोटी का भी पुराना संबंध है। जिसके जबाव में डीआईजी ने कहा कि 1950 के ट्रेड में ऐसा नहीं लिखा गया है कि आप नियम को ताक पर रखकर व्यापार करें। उन्होंने कहा कि बॉर्डर इलाके में शिक्षा का काफ़ी अभाव है। नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सुशील कुमार ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय वीरपुर में खुलना था। लेकिन अब तक नहीं खुल सका है। जिसपर डीआईजी ने कहा कि इन बातों को गृह मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में एसएसबी 45वीं बटालियन के प्रभारी कमाडेंट रुपेश कुमार शर्मा, बीओपी प्रभारी सरस्वती कुमार, अजय सिंह, सत्येंद्र सिंह, सत्यदेव प्रसाद साह, राजेश भगत, रामबाबू साह, जसवंत प्रसाद गुप्ता, राकेश गुप्ता, अशोक साह, दीपक गुप्ता, चिंटू गुप्ता, श्याम सुंदर साह आदि व्यापारी मौजूद रहे।


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