सेन्ट्रल डेस्क। लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट अब तेज हो गई है। चुनाव आने में अभी कुछ ही महीनों का समय बचा हुआ है। इस दौरान सरकार द्वारा कई तरह की घोषणाएं की जा सकती है। कई तरह के वादे किए जा सकते हैं ऐसी अवधारणा अब लोगों में बनने लगी है।
हालांकि तीन राज्यों में आए चुनावी नतीजों से यह तो साबित हो गया कि उन राज्यों की जनता वर्तमान केंद्र सरकार से काफी खुश है, जबकि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। उन चुनावों को देखते हुए राज्य सरकारें भीअपने-अपने स्तर से जनसंपर्क अभियान में लगी हुई है। वहीं क्षेत्रीय पार्टी भी इस तरह के अभियान में कूद पड़ी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र की सत्ता पर विराजमान बीजेपी जो कि अभी एक विशाल पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई है और उनके कई नेता लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में गिने जाने लगे हैं तो क्या ऐसे विपक्षी पार्टी के नेताओं के लिए चुनौती साबित होगी? क्योंकि कांग्रेस जो लंबे समय से केंद्र की सत्ता से दूर है करीब दो दशक होने जा रहे हैं और बीजेपी की सरकार केंद्र में बनी हुई है।
इस तरह करीब दो दशक से कांग्रेस सत्ता से दूर है। राज्यों में भी कांग्रेस की सरकार बना पाना उसके लिए मुश्किल भरा साबित हो रहा है। इधर कांग्रेस के नेताओं पर भी कार्रवाई जारी है।

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