निर्मली। अनुमंडल क्षेत्र के मरौना प्रखंड अंतर्गत घोघरड़िया गांव में शुक्रवार की देर शाम ईंधन लदे मिनी टैंकर की चपेट में आने से एक किशोर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 02 अन्य की हालत बेहद गंभीर है। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने घटना स्थल पर जमकर हंगामा किया। इस बीच आक्रोशित लोगों ने मिनी टैंकर को आग लगाकर जलाने की भी कोशिश की। लेकिन नदी थाना की पुलिस व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल के बाद मामले को शांत करवाया गया। मृतक की पहचान नदी थाना क्षेत्र के घोघरड़िया गांव निवासी राजेंद्र सादा के 16 वर्षीय पुत्र कुंदन कुमार के रूप में हुई है। वहीं गंभीर रूप से जख्मी घोघरड़िया निवासी लखन यादव के 19 वर्षीय पुत्र राजाराम यादव व राजनारायण यादव के 08 वर्षीय पुत्र गोलू कुमार को अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली से प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि सिकरहट्टा-मझारी निम्न बांध सह सड़क मार्ग किनारे घोघरड़िया गांव में साप्ताहिक हाट-बाजार में खरीदारी को लेकर लोगों की काफी भीड़ थी। इस दौरान सिकरहट्टा-मझारी निम्न बांध सह सड़क मार्ग किनारे काम करवा रही योजका कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधीन ईंधन लदे मिनी टैंकर आगे-पीछे करने के दौरान अनियंत्रित हो गई। पीछे करने के दौरान टैंकलॉरी की गति इतनी तेज थी कि हाट-बाजार में ठेले पर दुकान लगाकर सामानों की बिक्री कर रहे दुकानदारों को कुचलते हुए बढ़ गई। हालांकि आगे अन्य ठेला वाली दुकान के कारण टैंकलॉरी फंस कर रुक गई। इस क्रम में टैंकलॉरी के नीचे दबे दुकानदारों को काफी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा बाहर निकाला गया।
घोघरड़िया पंचायत के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि डॉ राजीव कुमार, दिलीप यादव सहित अन्य ने मृतक व गंभीर रूप से जख्मियों को अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली पहुंचाया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ शैलेंद्र कुमार ने एक किशोर को मृत घोषित कर दिया। जबकि गंभीर रूप से जख्मी दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया। अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि लगभग 16 वर्षीय किशोर को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। जबकि दो अन्य को बेहतर ट्रीटमेंट देकर हायर सेंटर रेफर किया गया है। हादसे के बाद ग्रामीणों में आक्रोश और मामला गंभीर होता देख निर्मली एसडीपीओ राजू कुमार रंजन भी अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली पहुंचे। एसडीपीओ के साथनदी थानाध्यक्ष राजू कुमार, निर्मली थानाध्यक्ष पंकज कुमार सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। इस दौरान एसडीपीओ ने मामले को लेकर पूछताछ किया। अनुमंडलीय अस्पताल में मृतक का शव काफी देर तक इमरजेंसी वार्ड के स्ट्रेचर पर पड़ा रहा और परिजन हस्ताक्षर तक करने को तैयार नहीं हो रहे थे। एसडीपीओ, थानाध्यक्ष, जनप्रतिनिधि व अन्य के द्वारा काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजनों ने अस्पताल में महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर के लिए राजी हुए। इसके बाद सुपौल से मंगवाए गए शव वाहन से मृतक के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। निर्मली एसडीपीओ राजू रंजन कुमार ने बताया कि सरकारी स्तर से सरकार द्वारा निर्धारित योजना के तहत परिजन को मुआवजा दिया जाएगा। हादसे को लेकर नदी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस विभिन्न बिंदुओ पर जांच में जुट गई है।
सड़क दूर्घटना की समस्या दिन, प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
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