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त्रिवेणीगंज/छातापुर : पिता ने रची थी पुत्र के हत्या की साजिश, सुपारी किलर से कराया मर्डर, पांच माह बाद पुलिस ने खोदकर निकाला

  • एसडीपीओ ने पीसी कर किया खुलासा, पिता ने किलर को दी थी एक लाख 60 हजार की सुपारी


सुपौल। आखिरकार पांच माह से लापता युवक के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। लब्बोलुआब है कि पिता ने ही सुपारी किलर के जरिए 20 वर्षीय पुत्र की हत्या करवाई और शव को मिरचैया नदी किनारे चकला पलार में गाड़ दिया। पांच माह से पुलिस इस कांड के उद्भेदन के लिए माथापच्ची करती रही और आखिरकार वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए आरोपी तक पहुंच गई। इस कांड के खुलासे में त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार का अहम योगदान रहा और थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार ने भी महती भूमिका निभाई। 

वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए गिरफ्त में आया व्यक्ति रमेश यादव उर्फ फौजी बताया जा रहा है। जिसकी निशानदेही पर छातापुर थाना क्षेत्र के डहरिया पंचायत स्थित चकला पलार से मशक्कत के बाद शव की बरामदगी हो पाई है। हालांकि बरामद शव जदिया थानाक्षेत्र के कोरियापट्टी पश्चिम निवासी नीतीश कुमार का बताया जा रहा है। 

घटना के एक आरोपी को तो गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि संलिप्त अन्य की तलाश जारी है। हिरासत में लिए गए आरोपी से पूछताछ के बाद उसने अपहरण कर हत्या की बात स्वीकारी है। इसके बाद उसने दफनाया गया शव स्थल दिखाया। रविवार को सीओ कुमार राकेश, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार जेसीबी के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे। पुलिस अभिरक्षा में आरोपी रमेश को भी स्थल पर ले जाया गया। लेकिन दोपहर तक कोई सफलता नहीं मिली। दोपहर बाद एसडीपीओ विपीन कुमार अन्य थाने की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शव की तलाशी फिर से शुरू की गई। घंटों मशक्कत के बाद संध्याकाल शव को खोदकर निकाल लिया गया। 

बताया जा रहा है कि बीते 20 दिसंबर 2023 को छातापुर बाजार स्थित एक निजी अस्पताल से घर लौटने के क्रम में कोरियापट्टी निवासी नीतीश कुमार का अपहरण कर लिया गया था। मामले को ले नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव ने छातापुर थाना में बेटे के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार ने सोमवार को थाना परिसर में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पुलिस केस का अनुसंधान कर ही रही थी कि वादी ही फरार हो गया। जिससे पुलिस का शक गहराता चला गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेकर एक आरोपी रमेश यादव उर्फ फौजी की गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार आरोपी पर दबाव के बाद इस हत्याकांड की परतें खुलने लगी और उसकी निशानदेही पर रविवार को अपहृत नीतीश कुमार शव बरामद किया गया। बताया कि हत्या कर नदी किनारे मिट्टी के नीचे नीतीश का शव दबा दिया गया था। बताया कि सुपारी किलर  के जरिए नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव ने ही उसकी हत्या करवाई और शव को ठिकाने लगा दिया। 

एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता मृतक नीतीश के पिता ही थे जिन्होंने अपने पुत्र नीतीश की हत्या के एक  लाख 60 हजार रुपये सुपारी किलर को दिए। कहा कि शव की बरामदगी होने के बाद अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया गया है। फरार आरोपी भूपेंद्र यादव को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मौके पर थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार, एसआई मो शाहिद, एसआई प्रियंका कुमारी चौहान, एसआई राहुल कुमार आदि मौजूद थे।

नीतीश ने किया था प्रेम विवाह, 13 माह का है एक पुत्र

मृतक नीतीश कुमार के ससुर त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लतौना निवासी गजेंद्र यादव ने बताया कि वर्ष 2021 में उनकी पुत्री चंचल व नीतीश  का प्रेम विवाह किया था। दोनों का एक 13 माह का पुत्र आर्यन है। इस शादी से उनके समधी भूपेंद्र यादव नाराज चल रहे थे और दहेज के नाम पर उनसे लाखों रुपए की मांग की जा रही थी। हांलाकि सुसराल के अन्य लोग इस शादी से खुश थे। बताया कि उनके समधी भूपेंद्र यादव ने छातापुर थाना में अपने पुत्र के अपहरण का केस दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद वे मामले में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस उद्भेदन को ले सक्रिय हुई। नीतीश के पिता सहित उनके घर के चार मोबाइल नंबर पुलिस को उपलब्ध कराये गए। वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी सहयोग से सच्चाई पुलिस के सामने आ गई और घटना के मुख्य आरोपी रमेश फौजी को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि साजिश में संलिप्त नीतीश के पिता और उसके रिश्तेदार अब भी फरार हैं।



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