सुपौल। किशनपुर प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर लाखों रूपये खर्च कर लगाए गये हाइमास्ट लाइट शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। पूर्व सांसद रंजीत रंजन के कार्यकाल में साल 2011 में लाखों रुपए खर्च कर किशनपुर गोल चौक और थरबिटिया बाजार स्थित रेलवे स्टेशन के समीप हाइमास्ट लाइट लगाया गया था। इसकी देख-रेख की जिम्मेवारी बिजली विभाग के अधिकारी को दी गई थी। लाइट लगी तो लोगों में उम्मीद की आस जगी थी कि किशनपुर बाजार में अंधेरे से लोगों को निजात मिली और बाजारों में चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी। लाइट लगने से बाजार में लोगों को भी सुविधा हुई, लेकिन पिछले 01 साल से हाइमास्ट लाइट खराब है। विभागीय सूत्रों की मानें तो एक हाइमास्ट लाइट लगाने में 07 लाख तक का खर्च आया था। लाइट की गुणवत्ता पर स्थानीय लोग सवाल भी उठा रहे हैं। लोगों में विभागीय अधिकारी के प्रति आक्रोश पनप रहा है। दुकानदार उमेश चौधरी, रंजीत ठाकुर, मुकेश चौधरी, अनिल चौधरी, प्रदीप कुमार, बद्री चौधरी, अरूण साह, दिलीप साह, संजय कुमार आदि ने कहा कि लाइट खराब रहने के कारण शाम होते ही बाजारों में अंधेरा छा जाता है, इसके कारण लोगों को परेशानी होती है। कुछ लोगों ने बताया कि लाईट खराब रहने से खासकर रात में थरबिटिया स्टेशन रोड में जाने वाले लोग को काफी परेशानी होती है। कहा कि रात को अंधेरे में कई बार लोगों के साथ उच्चकों के द्वारा कई लोगों की सामान भी चोरी हो गई है। खासकर किशनपुर बाजार स्थित गोलंबर के समीप शाम होते ही पैदल चल रहे लोग वाहन की ठोकर लगने से दुर्घटना के भी शिकार हो गये हैं।
किशनपुर : लाखों रूपये खर्च कर लगाए गये हाईमास्ट लाइट हुआ बेकार, लोगों को हो रही असुविधा
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