सुपौल। पिपरा प्रखंड क्षेत्र के महिला सत्संग समिति निर्मली एवं कबीर विचार प्रचार मंच के द्वारा शनिवार को कबीर साहब की 627वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी। साथ ही पिपरा प्रखंड क्षेत्र के पथरा उत्तर पंचायत स्थित वार्ड नंबर 03 में कबीर कुटी का निर्माण कर संत कबीर साहब की प्रतिमा का अनावरण किया गया। मौके पर महंत लखन साहब के द्वारा अपने निजी जमीन में सतगुरु कबीर कुटी और कबीर आश्रम का निर्माण किया गया। इस मौके पर भव्य प्रभातफेरी एवं झांकी भी निकाली गई, जो निर्मली गांव का भ्रमण करते हुए पथरा उत्तर पंचायत के कैलाशपुरी जोल्हनिया गांव होते हुए राजपुर स्थित महंत रामजतन साहेब के घर तक पहुंची। मालूम हो कि ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को प्रत्येक वर्ष कबीर साहब की अनुयायी कबीर जयंती समारोह का आयोजन कर मनाते हैं। शनिवार को 45वां वार्षिक अधिवेशन समता ज्ञान द्वारा सतलोकवासी महंत गरीब दास बाबा के आश्रम पर सतगुरु कबीर प्रकट दिवस मनाया गया। त्रिवेणीगंज के कुशहर से आए मुख्य वक्ता महंत राम साहब के द्वारा प्रवचन दिया गया। कहा कि संत कबीर दास जी आजीवन समाज में फैली बुराइयों और अंधविश्वास की निंदा करते रहे। साहेब एक विचारक और समाज सुधारक भी थे। उन्होंने समाज में भेदभाव को समाप्त करने के लिए अपने दोहो के माध्यम से जीवन जीने की सीख दी है। उन्होंने कहा कि तन को जोगी सब करें, मन को बिरला कोई, सब सिद्धी सहेजें पाइए, जे मन जोगी होइ।। कहा कि शरीर में भगवा वस्त्र धारण करना सरल है, लेकिन मन को योगी बनाना बिरले ही व्यक्तियों का काम है। यदि मन योगी हो जाए तो सारी सिद्धियां सहज हो जाती है। प्रवचन के दौरान मौजूद सैकड़ों लोगों ने सत्संग प्रवचन का आनंद लिया। प्रवचन के बाद सत्संग समिति के द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में कबीर पंथी उपस्थित थे। आयोजन को सफल बनाने में गरीब साहब, राजेंद्र दास, नथुनी दास, बलराम दास, साध्वी राजो, साध्वी विमला, संचालक रघुनी साहब सहित अन्य साधु संत, कबीर विचारक मौजूद थे।
पिपरा : कबीर साहब की मनायी गयी 627वीं जयंत, भंडारा का हुआ आयोजन, निकाली गयी प्रभातफेरी
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