सुपौल। जिले के छातापुर प्रखंड में वाहनों की चोरी की लगातार घटनाएं घटित होते रहने के बावजूद मामले का उद्भेदन नहीं हो पा रहा है। वहीं समीप के कबाड़ की दुकानों में बाइक से लेकर ट्रैक्टर तक को काटकर निपटाने का सिलसिला बेरोकटोक चलता रहता है। इतना ही नहीं एक के विरुद्ध तो पूर्णिया की मरंगा पुलिस ने भी छातापुर आकर धमक दिखला दिया। जानकार बताते हैं कि उक्त के विरुद्ध थाने में मामला तक दर्ज हुआ। संबंधित कबाड़ीवाला कई माह तक गायब रहने के बाद नमूदार हुआ तो फिर से हाथ की सफाई दिखाने लगा। फिलवक्त आलम है कि उक्त कबाड़ी की दुकान में बाइक से लेकर ट्रैक्टर कटने तक के अवशेष मिलते रहते हैं। इतना ही नहीं गाड़ियों के नंबर प्लेट भी विद्यमान रहते हैं बावजूद निगेहबानी नहीं होती। हाल के दिनों में कोसी योजना के सिंचाई विभाग की आवासीय कॉलोनी में भवनों के खिड़की-दरवाजे तक खुलकर कबाड़ में बिक गए। लोहे की सामग्रियां भी गायब हो गई। लेकिन किसी ने झांकने तक की जहमत नहीं उठाई। सूत्र बताते हैं कि सिंचाई विभाग के सामग्रियों की देखरेख के लिए एक लेबर से चौकीदारी भी करवाई जा रही है लेकिन फिर भी सामान गायब हो रहे हैं। इधर, कबाड़ की दुकानों में दोपहिया से लेकर चारपहिया व ट्रैक्टर से लेकर ट्रेलर व झाल तक खप रहे हैं लेकिन किसकी और कैसे का पता लगाने वाले मौन हैं। वहीं निर्माणाधीन भवनों से चोरी कर मोटे-मोटे सरिया की खेप लगातार पहुंचती रहती है जो कबाड़ की दुकानों में सहेज कर रखे रहते हैं और खरीदार को बाजार से थोड़े कम कीमतों पर बेच दिया जाता है या फिर बड़े-बड़े कंटेनरों में ढो लिए जा रहे हैं।
छातापुर : कबाड़ में कट रही गाड़ियां, नहीं हो रही निगेहबानी
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