सुपौल। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (MDA) कार्यक्रम की शुरुआत कर दी गई। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने किशनपुर प्रखंड के मलाड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय, मुसहरी टोला में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस मौके पर सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डॉक्टर लालन कुमार ठाकुर ने बताया कि यह अभियान 10 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगा, जिसमें 2 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बच्चों और आम नागरिकों को डीईसी (DEC) और एल्बेंडाजोल की गोली दी जाएगी। यह दवा फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए अत्यंत आवश्यक है।
डॉ. ठाकुर ने बताया कि फाइलेरिया संक्रमण व्यक्ति के पैरों को असामान्य रूप से सूजा देता है, जिसे "हाथी पांव" कहा जाता है। इस बीमारी से बचने के लिए समय पर दवा का सेवन करना आवश्यक है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे दवा अवश्य लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
इस उद्घाटन समारोह में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद मिनतुल्ला, डॉ. दीप नारायण राम, विपिन कुमार, मन्नू कुमारी, अनुपम चौधरी, स्वास्थ्य प्रबंधक अभिलाष कुमार वर्मा, हरवंश कुमार सिंह, राजेश कुमार, चंदन कुमार, WHO टीम समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने परिवार के सभी सदस्यों को दवा खिलाएं। इससे सुपौल जिला फाइलेरिया मुक्त बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकेगा।
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