सुपौल। सदर प्रखंड के सुखपुर बाजार से बाबा तिल्हेश्वरनाथ मंदिर तक सड़क चौड़ीकरण के लिए चयनित उत्तर बगल वाली सड़क को निरस्त कर वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार करने की मांग को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला पदाधिकारी के नाम एक ज्ञापन सौंपकर पुनर्विचार की अपील की।
प्रदर्शन कर रहे दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन द्वारा वर्तमान में चयनित सड़क का निर्माण बाबा तिल्हेश्वरनाथ मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किया जा रहा है, लेकिन यह मार्ग मंदिर यात्रियों की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाएगा।
ग्रामीणों ने तर्क दिया कि सहरसा, परसरमा, मधेपुरा, बरूआरी सहित अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं को सुखपुर बाजार के मध्य से गुजरने वाली मुख्य सड़क मार्ग से ही मंदिर तक जाना होगा, जो काफी कष्टदायक साबित होगा। इससे सड़क पर यातायात जाम की समस्या बढ़ेगी और यात्रियों को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने वैकल्पिक सड़क व्यवस्था की मांग करते हुए जिला प्रशासन से अपील की कि वह वर्तमान में चयनित मार्ग पर पुनर्विचार करे और एक ऐसा मार्ग निर्धारित करे जो श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया हो।
प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें स्पष्ट रूप से मांग की गई कि प्रशासन इस निर्णय पर पुनर्विचार करे और मंदिर जाने के लिए एक सुगम और सुविधाजनक मार्ग का निर्माण कराए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि बाबा तिल्हेश्वरनाथ मंदिर में हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, ऐसे में सड़क मार्ग की सही योजना आवश्यक है। यदि जिला प्रशासन समय रहते इस विषय पर ध्यान नहीं देता तो भविष्य में परिवहन व्यवस्था की बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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