सुपौल। अनुमंडल मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय निर्मली में मध्याह्न भोजन योजना के तहत रखे गए चावल की कथित कालाबाजारी का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने पूरे मामले को उजागर कर दिया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
वायरल वीडियो 15 मई का बताया जा रहा है, जिसमें स्कूल के स्टॉक रूम से चावल की बोरियों को ऑटो पर लादते हुए देखा जा सकता है। वीडियो की अवधि महज छह सेकंड है, लेकिन यह बड़ा सवाल खड़ा करता है कि आखिर सरकारी योजना का चावल स्कूल समय में, विद्यार्थियों की मौजूदगी में, इस तरह बाहर क्यों ले जाया जा रहा था।
स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो और कुछ तस्वीरों के वायरल होते ही मामला प्रशासन के संज्ञान में आ गया है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मधुसूदन प्रसाद सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि वायरल वीडियो के आधार पर पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच निष्पक्ष होगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जब इस संबंध में स्कूल के मध्याह्न भोजन योजना प्रभारी जवाहर प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें वायरल वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
फिलहाल शिक्षा विभाग की ओर से जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। मामले की सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
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