पटना। बिहार सरकार के हालिया निर्णय के तहत अब जीविका की महिलाओं को खुद का बैंक मिलने जा रहा है। इसके लिए "बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड" का गठन किया गया है, जो राज्य की लगभग 35 लाख जीविका दीदियों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराएगा। इससे महिलाएं अपने उद्यम को और बेहतर तरीके से संचालित कर सकेंगी और बैंक या अन्य संस्थानों पर निर्भरता कम होगी।
इस नई पहल के तहत राज्य को 12 जोन में विभाजित किया गया है और प्रत्येक जोन के लिए प्रवर्तक सदस्य चयनित किए गए हैं। इसी क्रम में 23 मई 2025 को पटना में आयोजित बैठक में 12 प्रवर्तक सदस्यों का चयन किया गया, जिसमें सुपौल जिले की हीरा देवी को शामिल किया गया है। यह पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण है।
हीरा देवी बसंतपुर प्रखंड की निवासी हैं और पंचमुखी संकुल स्तरीय संघ की वर्तमान अध्यक्ष हैं। उन्होंने वर्ष 2015 में बजरंगबली स्वयं सहायता समूह से जुड़कर जीविका आंदोलन की शुरुआत की थी। निरंतर सक्रियता और नेतृत्व क्षमता के चलते आज वह इस नई भूमिका तक पहुँची हैं।
जिला परियोजना प्रबंधक विजय कुमार साहनी ने हीरा देवी के चयन को जिले के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे अन्य जीविका दीदियों को भी प्रेरणा मिलेगी और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम सिद्ध होगा।
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