सुपौल। अप्रैल महीने में जिले में लगातार हुई तीन बड़ी लूट की घटनाओं का पुलिस ने सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया है। कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार ने मंगलवार को एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन तीनों मामलों में कुल सात अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है और सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
डीआईजी ने बताया कि लूट की इन वारदातों से जिले में दहशत का माहौल था और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन एसपी शैशव यादव के नेतृत्व में गठित टीमों ने वैज्ञानिक अनुसंधान और गुप्त सूचनाओं के आधार पर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
20 अप्रैल को लौकहा थाना क्षेत्र के गंगापट्टी में गैस गोदाम के पास तीन बाइक सवार अपराधियों ने दो लोगों से मोबाइल, रुपये और बाइक लूट ली थी। विरोध करने पर वार्ड 12 निवासी मो. जहांगीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में रमेश कुमार राय, कर्पूरी सादा (दोनों बारा वार्ड 12) और नवीन कुमार (रंगपट्टी मंगलवारा, मधेपुरा) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से लूटा गया मोबाइल, देसी कट्टा और अन्य सामान बरामद किया गया है।
21 अप्रैल की रात हरिनंदन साह से श्रीपुर पुलिया के पास बाइक और मोबाइल लूट लिया गया था। इस मामले में किशनपुर थाना क्षेत्र के रामविशनपुर निवासी संतोष दास को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से लूटा गया मोबाइल बरामद हुआ है। उसने लूट की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है।
23 अप्रैल की रात चरणे वार्ड 7 के पास मनोज कुमार से मोबाइल, पर्स और आठ हजार रुपये की लूट हुई थी। मामले में चार अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है—मंजय कुमार, रतीश कुमार (दोनों हीरापट्टी, जदिया), शुभंकर कुमार यादव (मानपुर, अररिया) और अरविंद कुमार (लक्ष्मीपुर भगवती, मधेपुरा)। इनके पास से लूट का सामान बरामद किया गया है।
डीआईजी ने कहा कि इन खुलासों से पुलिस की सक्रियता और गंभीरता सामने आई है। उन्होंने टीमों के कार्य की सराहना की और आम जनता से सहयोग की अपील की। प्रेस वार्ता में एसपी शैशव यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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