- आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने सुनाई भगवान कृष्ण जन्म की लीला, भक्ति में झूमे श्रद्धालु
सुपौल। राघोपुर प्रखंड के हरिराहा गांव में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में भक्ति और श्रद्धा की गंगा बह रही है। कोसी क्षेत्र के सुप्रसिद्ध कथा वाचक, मैथिल पंडित आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र द्वारा प्रतिदिन हो रही कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
चतुर्थ दिवस की कथा में आचार्य मिश्र ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की दिव्य कथा का रसपान कराते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने भगवान के अवतारों का रहस्य बताते हुए कहा, "जब-जब इस धरती पर अधर्म बढ़ता है, सज्जनों पर संकट आता है और संतों पर अत्याचार होता है, तब-तब भगवान धर्म की पुनः स्थापना के लिए अवतार लेते हैं।"
कथा के दौरान उन्होंने ध्रुव, प्रह्लाद और गजेंद्र मोक्ष जैसी प्रसंगों का मार्मिक वर्णन किया, जिसे सुनकर उपस्थित भक्त भावविह्वल हो उठे। उन्होंने यह भी बताया कि भगवान अपने भक्तों की पुकार सुनकर ही अवतार ग्रहण करते हैं, और उनका उद्देश्य मानव जीवन से अहंकार, क्रोध, लोभ, वासना, स्वार्थ जैसी विकृतियों का नाश कर धर्म की पुनर्स्थापना करना होता है।
इस धार्मिक आयोजन में क्षेत्र के श्रद्धालु भारी संख्या में उपस्थित हो रहे हैं। कथा स्थल पर भक्ति, आस्था और सेवा भाव का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। आयोजन को सफल बनाने में विनोद झा, रंभा देवी, अमरेंद्र झा, अरविंद झा, अमोल झा, रंगनाथ झा, विकास झा समेत कई स्थानीय लोग सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
आगामी दिनों में भी कथा का सिलसिला जारी रहेगा और भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। हरिराहा गांव इस समय संपूर्ण रूप से धर्ममय वातावरण में डूबा हुआ है।
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