सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार ने रविवार को बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा के लिए मझारी-सिकरहट्टा निम्न बांध का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जल संसाधन विभाग के प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता नरुन कुमार, मुख्य अभियंता कमलेश भंडारी, एसडीएम धीरज कुमार सिन्हा, बीडीओ आरुषि शर्मा, सीओ विजय प्रताप सिंह, पीओ सुधांशु शेखर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने बांध की तकनीकी स्थिति, निर्माण गुणवत्ता और वर्ल्ड बैंक परियोजना के तहत चल रहे तटबंध सुदृढ़ीकरण कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अभियंताओं को निर्देश दिया कि बांध की गुणवत्ता और संरचना की विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत कर बाढ़ के दौरान आने वाली समस्याओं की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बांध निर्माण की गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई, जिस पर डीएम ने मामले की गंभीरता से जांच कराने और आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और सभी कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप होने चाहिए।
इसके साथ ही डीएम ने पूर्वी रिग बांध, वीरपुर कोसी बराज और चुटीयाही स्थित डगमारा मार्जिनल बांध का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संभावित रिसाव बिंदुओं, दबाव वाले क्षेत्रों और चल रहे कार्यों की स्थिति का गहन मूल्यांकन किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य है कि बाढ़ पूर्व सभी तैयारियां समय रहते पूरी कर ली जाएं ताकि किसी भी संभावित आपदा से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। उन्होंने मझारी-सिकरहट्टा निम्न बांध सह सड़क की मरम्मत कार्य को भी बाढ़ पूर्व हर हाल में पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
चुटीयाही क्षेत्र को लेकर उन्होंने विशेष चिंता जताई और कहा कि कोसी नदी के समीप दबाव की स्थिति बनती है, ऐसे में पुनरावृत्ति रोकने के लिए पहले से ठोस योजना और क्रियान्वयन जरूरी है। साथ ही अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहकर सतत निगरानी और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कोई टिप्पणी नहीं