सुपौल। जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन, सुपौल के द्वारा त्रिवेणीगंज प्रखंड के विभिन्न पंचायतों नगर पंचायत लतौना उत्तर, बभनगामा, थलहा गढ़िया दक्षिण, डपरखा, सिमरिया तथा पथरा गौरधेय की सेविकाओं के साथ "सखी वार्ता" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव और महिला हिंसा के प्रति जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत में लैंगिक विशेषज्ञ नितु कुमारी ने बाल विवाह को एक सामाजिक बुराई बताते हुए कहा कि यह कानून का उल्लंघन है और बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं समग्र विकास में गंभीर बाधा उत्पन्न करता है। उन्होंने उपस्थित सेविकाओं से आग्रह किया कि वे समाज में बाल विवाह के खिलाफ आवाज़ उठाएं और बेटा-बेटी तथा महिला-पुरुष के बीच होने वाले भेदभाव को मिटाने में सहयोग करें।
जिला मिशन समन्वयक हरिनारायण कुमार ने महिला एवं बाल विकास निगम, केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महिला कल्याणकारी योजनाओं जैसे कि वन स्टॉप सेंटर (OSC), हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन (HUB), महिला हेल्पलाइन 181, आपातकालीन नंबर 112, साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन 1930, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY), मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, सामाजिक पुनर्वास कोष योजना, लक्ष्मीबाई विधवा पेंशन योजना और ई-श्रम कार्ड—की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के पात्र लाभुकों का पंजीकरण सुनिश्चित करें।
सलोनी कुमारी, केस वर्कर, ने घरेलू हिंसा के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि “हिंसा को सहना नहीं, अपनी चुप्पी तोड़ना जरूरी है।” उन्होंने महिलाओं व किशोरियों को माहवारी स्वच्छता जैसे विषयों पर भी जागरूक किया।
कार्यक्रम में लैंगिक विशेषज्ञ मो. तारिक सिद्दीकी, त्रिवेणीगंज की महिला पर्यवेक्षिकाएं, तथा सभी पंचायतों की सेविकाएं सक्रिय रूप से उपस्थित रहीं। यह कार्यक्रम समाज में महिलाओं की स्थिति को सशक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल साबित हुआ।
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