सुपौल। बिहार के वर्तमान हालात और "बिहार बदलाव" विषय पर रविवार को सुपौल शहर के एक निजी होटल में जन सुराज की ओर से एक जनसभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जन सुराज जिलाध्यक्ष इंद्रदेव साह ने की, जबकि मंच संचालन निर्मली अनुमंडल अध्यक्ष महावीर मस्ताना ने किया। सभा में मुख्य अतिथि के रूप में जिला महासचिव नरेश नयन, महिला जिलाध्यक्ष डॉ. नीलम सिंह और निर्मली प्रखंड प्रमुख समेत कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनसभा में जन सुराज के नेता अनिल कुमार सिंह ने कहा कि सुपौल जिला राजनीतिक रूप से मजबूत होते हुए भी विकास के मामले में पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां एक नहीं, दो-दो मंत्री हैं, फिर भी हालात बदतर हैं। 35 वर्षों से जदयू विधायक हैं और मंत्री भी हैं। छातापुर से भाजपा के विधायक भी मंत्री हैं, लेकिन जिले की पहचान भ्रष्टाचार से जुड़ गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की हर योजना में कमीशन फिक्स है और आमलोगों को पंचायत से लेकर जिला स्तर तक रिश्वत देनी पड़ती है। सीएम नीतीश कुमार नौकरी की बात करते हैं, लेकिन अधिकारी घूस नहीं मिलने पर नौकरी छीन लेने की धमकी देते हैं। अनिल सिंह ने दावा किया कि अब जनता जागरूक हो चुकी है और जन सुराज एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “वे खुद को ईमानदार बताते हैं, लेकिन आईसीडीएस डीपीओ की घूसखोरी में गिरफ्तारी ने सच्चाई उजागर कर दी है। कुपोषित बच्चों का पोषण भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल के दिनों में जिले के कुछ पदाधिकारी शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाते पाए गए हैं।
सभा में यह भी घोषणा की गई कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर 18 अगस्त को सुपौल आएंगे और गांधी मैदान में ऐतिहासिक जनसभा को संबोधित करेंगे। अनिल कुमार सिंह ने कहा कि 15 अगस्त को देश की आज़ादी के बाद 18 अगस्त को सुपौल भ्रष्टाचार से आज़ाद होगा। यह सिर्फ जनसभा नहीं, बल्कि बदलाव की शुरुआत होगी।
कार्यक्रम में जन सुराज के कई अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें विधानसभा प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष सुरजीत कुमार सिंह, सदर अनुमंडल अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, उपाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह, संस्थापक सदस्य धीरेन्द्र कुंवर, राघोपुर प्रखंड अध्यक्ष तपेश्वर भारती, मरौना प्रवक्ता रामेश्वर यादव, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ठाकुर, किशनपुर अध्यक्ष अरुण भारती और सरायगढ़ महिला अध्यक्ष शांति देवी शामिल हैं।
जनसभा के अंत में यह संकल्प लिया गया कि सुपौल जिले को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए जन सुराज गांव-गांव, पंचायत-पंचायत तक जागरूकता फैलाएगा और जनता के साथ मिलकर व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ाएगा।
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