सुपौल (17 जुलाई 2025)। सवर्ण आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद के सुपौल आगमन पर गुरुवार को गांधी मैदान स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष श्री प्रसाद और अवर सचिव श्री शैलेन्द्र झा को मिथिला परंपरा के अनुसार पाग और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।
![]() |
सवर्ण आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद का स्वागत |
समारोह की अध्यक्षता डॉ. शशि भूषण प्रसाद ने की, जबकि अधिवक्ता रुद्र प्रताप लाल मुख्य आयोजक थे। आयोजन को सफल बनाने में अभिनव मल्लिक, राकेश कुमार, शैलेश कुमार, शुभम राज श्रीवास्तव, संजीव वर्मा, अनिल वर्मा, ज्योति कुमारी, ब्रह्मदेव लाल दास, सुशील लाल दास, शशांक राज, सुरेश वर्मा, राजेश मल्लिक, बिमलेश कुमार, श्याम प्रकाश, और रंजीत कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सवर्ण आयोग की योजनाओं पर चर्चा
अपने संबोधन में श्री राजीव रंजन प्रसाद ने सवर्ण आयोग की भूमिका और सामाजिक समावेश पर जोर दिया। उन्होंने आयोग की प्रमुख योजनाओं, जैसे छात्रवृत्ति, कौशल विकास, और आर्थिक सहायता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आयोग आम लोगों से संवाद के आधार पर अपनी अनुशंसाएं तैयार करेगा, जिन्हें राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। इन अनुशंसाओं में उच्च जाति के बच्चों के लिए विभिन्न जिलों में आवासीय विद्यालयों की स्थापना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए उम्र सीमा में छूट जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं। श्री प्रसाद ने सुपौलवासियों से इन योजनाओं में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया और कहा कि ये पहल सवर्ण समुदाय के आर्थिक व शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।
अवर सचिव श्री शैलेन्द्र झा ने स्पष्ट किया कि यह आयोग "सवर्ण आयोग" नहीं, बल्कि "उच्च जाति के विकास के लिए राज्य आयोग" है। उन्होंने इससे संबंधित शासकीय आदेशों की जानकारी साझा की और आयोग के उद्देश्यों को रेखांकित किया।
![]() |
अवर सचिव श्री शैलेन्द्र झा का स्वागत करते शुभम राज श्रीवास्तव |
स्थानीय स्तर पर संसाधन केंद्र की मांग
डॉ. शशि भूषण प्रसाद ने आयोग की अनुशंसाओं को शीघ्र लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और समुदाय से सहयोग की अपील की, ताकि सुपौल के युवा इन अवसरों का अधिकतम लाभ उठा सकें। अधिवक्ता रुद्र प्रताप लाल ने सवर्ण समाज के युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर संसाधन केंद्र, प्रशिक्षण केंद्र, और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए छात्रवृत्ति व छात्रावास सुविधा की मांग उठाई। उन्होंने कहा, "सवर्ण आयोग के साथ समन्वय बढ़ाकर हम सुपौल को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाएंगे।"
समुदाय में उत्साह और प्रेरणा
यह आयोजन स्थानीय समुदाय के लिए प्रेरणादायक रहा। श्री राजीव रंजन प्रसाद ने सुपौलवासियों की आत्मीयता और उत्साह की सराहना की और आश्वासन दिया कि आयोग सवर्ण समुदाय के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा। यह स्वागत समारोह न केवल सामाजिक समावेश को बढ़ावा देने वाला था, बल्कि सुपौल के युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलने वाला भी साबित हुआ।
कोई टिप्पणी नहीं