सुपौल। सुपौल व्यापार संघ के तत्वावधान में जिले भर के 28 गैर राजनैतिक संगठन, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं शहर के व्यापारियों ने सुपौल जिला से लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन को लेकर चरणबद्ध जन आंदोलन का शंखनाद किया। गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान से लंबी दूरी की ट्रेन परिचालन को लेकर विशाल प्रदर्शन सह महाधरना का आयोजन किया गया। सुपौल व्यापार संघ की अगुवाई में गैर राजनैतिक संगठन, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं व्यापारियों ने शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए सुपौल रेलवे स्टेशन परिसर पहुंच कर महाधरना में शामिल हुए। महाधरना की अध्यक्षता व्यापार संघ के अध्यक्ष अमर कुमार चौधरी ने की। वहीं संचालन पवन कुमार अग्रवाल ने किया। करीब चार घंटे से अधिक समय तक चले महाधरना में लोगों ने जिले से लंबी दूरी की ट्रेन परिचालन को लेकर अपनी-अपनी राय व्यक्त की। धरना के बाद मंडल रेल प्रबंधक समस्तीपुर रेल मंडल के नाम सुपौल रेलवे स्टेशन अधीक्षक को पांची सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि बिहार राज्य के 38 जिलों में से सुपौल एक मात्र जिला है, जहां से लंबी दूरी के लिये सीधा रेल परिचालन नहीं हो रहा है। जिसके कारण सुपौल वासियों को अत्यंत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बताया है कि भारतीय रेल देश की विकास एवं जनहित में परिवहन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारतीय रेल विविध भौगोलिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक को जोड़ती है. इससे जनमानस का वाणिज्य, पर्यटन, सांस्कृतिक, व्यवसायिक, रोजगार की सुविधा मिलती है। भारतीय रेल में विविधता में एकता एवं प्रगति का सदैव प्रतीक रहा है। सुपौल जिलावासी जिसकी आबादी 32 लाख के करीब है। जो वर्षों से दूरगामी रेल परिचालन की सुविधा से वंचित है. जिसके कारण लाखों लोगों का रोजगार एवं व्यवसाय प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित है। रेलवे की समस्या को लेकर पूर्व में भी सुपौल व्यापार संघ एवं जिला के कई सामाजिक संगठन, स्वयंसेवी संस्था एवं गैर राजनैतिक संगठनों ने अपनी मांगों से रेल प्रशासन को अवगत कराया था।
सुपौल से लंबी दूरी की ट्रेन परिचालन की मांग को लेकर जिले भर के 28 गैर राजनैतिक संगठन ने किया प्रदर्शन, दिया धरना
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