सुपौल। सुपौल जिला से लंबी दूरी ट्रेन परिचालन सहित अन्य मांगों को लेकर 26 अक्टूबर 2023 को सामाजिक संगठनों के बैनर तले प्रदर्शन सह महधारना दिया जाएगा। उक्त आशय की जानकारी सुपौल व्यापार संघ सुपौल के अध्यक्ष अमर कुमार चौधरी उर्फ़ भगवान बाबू ने दी। विभिन्न प्रखंड के दौरा के क्रम मे श्री चौधरी ने कहा की बिहार में सुपौल एकमात्र जिला है, जहाँ से सीधी लंबी दूरी का ट्रेन का परिचालन नहीं हो रहा है। जिसके कारण सुपौल जिला वासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।वहीं जनसंपर्क के कड़ी मे लोहिया युथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ अमान कुमार ने कहा की भारतीय रेलवे भारत की परिवहन प्रणाली का एक महवपूर्ण हिस्सा है। यह सिर्फ परिवहन का एक साधन नहीं है बल्कि एक जीवन रेखा है, जो भारत के विविध भौगोलिक, सांस्कृतिक और सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों को जोड़ती है। जिससे वाणिज्य, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की सुविधा मिलती है। यह भारत की विविधता में एकता और प्रगति का प्रतीक है। इसलिए सुपौल जिला से पटना,दिल्ली,कलकत्ता,मुंबई सहित अन्य महानगरों के लिए सीधी ट्रेन चलना चाहिए। कहा की सुपौल जिला की आबादी लगभग 32 लाख है। इसके बावजूद भी रेल प्रशासन के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। रेल प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण सुपौल जिला वासियों को गैर राजनितिक संगठन के बैनर तले आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ा है।अगर मांगों पर 15 दिनों के भीतर लंबी दूरी की ट्रेन परिचालन का ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो सुपौल जिला वासियों के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
पटना, दिल्ली और मुंबई के लिए चले सीधी ट्रेन जनहित मे सुपौल रेल आंदोलन जरूरी
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