सुपौल। कोशी बांध के भीतर उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय पीरगंज किशनपुर के प्रधानाध्यापक मो इजहार अहमद के तबादने की मांग को लेकर शनिवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीण एचएम पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने एचएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि एचएम के मनमाने रवैया के कारण स्कूल की विधि व्यवस्था बदतर हो गयी है। कहा कि स्कूल के एचएम और लोकल शिक्षकों की मिली भगत से स्कूल व्यवस्था खराब हो गयी है। जिसका नतीजा है कि ना तो समय से कोई शिक्षक स्कूल पहुंचते हैं और ना ही मेनू के अनुसार स्कूल में एमडीएम दिया जाता है।
बताया कि स्कूल में फल और अंडा देने का नियम है। लेकिन समय पर अंडा नहीं दिया जा रहा है। स्कूल की सचिव बीबी हाजरा, अध्यक्ष सकीमुन निशा के अलावा ग्रामीण मो हसनैन, मो जावेद, मो मुस्तकीम, लाल मोहम्म, मो अब्दुल, मो मोबीन खान, मो सबीउल्लाह, मो मतीन, मो अंजुम, मो मुख्तार, मो नुरुल्लाह आदि ने कहा कि 06 माह से विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक नहीं बुलाई गई है। उसके बावजूद भी सचिव और अध्यक्ष का फर्जी दस्तखत कर स्कूल के एमडीएम व अन्य राशि की उठाव की जा रही है।
कहा कि विद्यालय में विकास मद की राशि एचएम के द्वारा हेरा-फेरी कर सिर्फ कागज पर ही कोरम पूरा कर दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में सात शिक्षक पदस्थापित हैं। इसमें तीन शिक्षक हमेशा स्कूल से गायब रहते हैं। इसके कारण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाता है। कहा कि इसकी शिकायत कई बार विभागीय अधिकारी की गयी। बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल के पुराने बेंच डेक्स को स्कूल के एचएम के द्वारा बेच दिया गया। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक मो इजहार अहमद ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप बुनियाद है।

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