सुपौल। बसंतपुर प्रखंड क्षेत्र में मिट्टी की उर्वरा शक्ति बचाये रखने के लिए इन दिनों सरकार के द्वारा जैविक क़ृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसको लेकर प्रखंड क्षेत्र में 25 किसान चयनित किये गए हैं। जिन्हें विभाग के द्वारा नियमानुसार अनुदान की राशि देकर वर्मी पीट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जानकारी देते हुए प्रखंड कृषि समन्वयक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार क्षेत्र में किसानों के द्वारा रासायनिक खाद के प्रयोग से खेतों की उर्वरा शक्ति क्षीण हो रही है। क्योंकि रासायनिक खाद में कार्बनिक पदार्थों की मात्रा नहीं के बराबर होती है। इसके साथ-साथ रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशी के प्रयोग से मिट्टी में उपलब्ध आवश्यक सूक्ष्म जीव केंछुआ इत्यादि नष्ट हो रहे हैं। इसलिए मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाये रखने के लिए किसान बंधु अधिक से अधिक जैविक खाद का प्रयोग करें। ताकि किसानों पर आर्थिक बोझ कम हो और मिट्टी स्वस्थ्य रहे। उन्होंने किसान से आह्वान किया कि अधिक से अधिक जैविक खाद का प्रयोग अपने खेतों में करें। चयनित किसानों में परमानंदपुर, बनेलीपट्टी, बसंतपुर, सातनपट्टी, ह्रदयनगर, कुसहर, रतनपुर, भगवानपुर, विशनपुर शिवराम आदि पंचायत के किसान शामिल हैं। वर्मी पीट के लिए उक्त किसानों को प्रत्येक पीट पांच हजार रूपये का अनुदान दिया जायेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने किसानों से पीएम किसान योजना के तहत अब तक ई केवायसी या एनपीसीआई नहीं कराये हैं, वे अविलंब इसे पूरा कारा लें। अन्यथा मिलने वाली लाभ से वंचित रह जायेंगे।
बसंतपुर : जैविक कृषि को दिया जा रहा बढ़ावा, वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिये चयनित किसानों द्वारा बनाया जा रहा वर्मी पीट
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