सुपौल। सुपौल जिला का 34 वां स्थापना दिवस समारोह गांधी मैदान में गुरूवार को धूमधाम से मनाया गया। जहां विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस मौके पर गांधी मैदान से प्रभातफेरी निकाली गयी। जिसमें स्कूली बच्चे सहित अधिकारी शामिल हुए।
जिसके बाद पूर्वाह्न 11 बजे गांधी मैदान में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर सांसद दिलेश्वर कामैत, विधायक रामविलास कामत, जिलाधिकार कौशल कुमार, एसपी शैशव यादव, डीडीसी सुधीर कुमार, एडीएम राशीद कलीम अंसारी, सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस क्रम में विभिन्न योजनाओं के लाभुकों को जिला प्रशासन द्वारा चेक प्रदान किया गया। इसके बाद स्मारिका का विमोचन किया गया। स्थापना दिवस के अवसर पर विकास मेला व आनंद मेला का भी आयोजन किया गया था। मुख्य समारोह में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गये थे। जहां उन विभाग के नोडल के साथ कर्मी मौजूद थे। लगाये गये सभी स्टॉल का सासंद, विधायक, डीएम सहित अन्य अधिकारियों ने जायजा लिया। वहीं अपराह्न 03 बजे से स्टेडियम परिसर में प्रशासन व नागरिक एकादश के बीच फैंसी क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। जबकि संध्याकाल में गांधी मैदान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव, जदयू जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, युगल किशोर अग्रवाल, अमर कुमार चौधरी, रामचंद्र यादव सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।
।सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि लंबी प्रतिक्षा के बाद सुपौल वर्ष 1991 में जिला बनने का गौरव प्राप्त किया। लेकिन 34 वर्षो के दौरान इस जिला से 06 एनएच गुजर रही है। जबकि दो एनएच बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। यह जिला लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
डीएम कौशल कुमार ने जिलावासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी। साथ ही जिले में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिले में विकास के नये आयाम गढ़े जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने जिलावासी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी व मीडिया को धन्यवाद दिया। कहा कि सुपौल कृषि प्रधान जिला है। यहां सड़क, स्वास्थ्य एवं इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधाएं उपलब्ध है। जिले का ऐतिहासिक पृष्टभूमि, सांप्रदायिक सद्भाव व आपसी भाईचारा के मामले में अलग पहचान है। कोसी त्रासदी के बीच लोगों के सकारात्मक सहयोग से जिले का चतुर्दिक विकास हुआ है।
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