सुपौल। 12 वर्ष बाद पुनः सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड पर रेल परिचालन चालू होने के बाद प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव नहीं होने पर आक्रोशित लोगों ने की बैठक। गौरतलब है कि 12 वर्ष पूर्व छोटी लाइन की ट्रेन चलने के दौरान एक्प्रेस व लोकन ट्रेन प्रतापगंज स्टेशन पर रुकते हुए पटना तथा समस्तीपुर तक जाती थी। तब यहां के लोगों को लगा कि बड़ी रेल लाइन बन जाने के बाद यहां के लोग प्रतापगंज में बैठने के बाद दिल्ली, पटना, पंजाब, हरियाणा सहित देश के अन्य राज्य में सीधा उतरेंगे। 12 वर्षों के इंतजार के बाद बड़ी रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरु होने के बाद भी प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की एक भी ट्रेनों का ठहराव नहीं होता देख अब आम लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। भवानीपुर उत्तर पंचायत के सरपंच मजीद साफी ने बताया कि बड़ी रेल लाइन पर रेल परिचालन शुरू होने से यहां की जनता काफी खुश थे। उन्हें लगा कि अब हमलोग भी देश के किसी भी राज्य में यहां से सीधा जा सकेंगे। लेकिन विभाग के द्वारा इस स्टेशन पर लंबी दूरी के लिए ट्रेन नहीं देना काफी दुःखद है। उन्होंने बताया प्रतापगंज क्षेत्र सहित छातापुर व त्रिवेणीगंज क्षेत्र के आधी आबादी लोगों का प्रतापगंज स्टेशन की दूरी कम होने के कारण यहां आकर पहले भी ट्रेन पकड़कर यात्रा करते थे। उनलोगों के उम्मीद पर भी विभाग ने पानी फेरा है। अगर लंबी दूरी के ट्रेनों का ठहराव प्रतापगंज स्टेशन पर जल्द नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन के साथ लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे। मौके पर मो जाकिर, लक्ष्मण यादव, हाफिज अंसार आलम, राजकुमार भगत, नबी हसन, तरानंद शर्मा, दिलीप पासवान सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
प्रतापगंज से चले लंबी दूरी की ट्रेन की मांग को लेकर लोगों ने जताया विरोध
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