सुपौल। नगर पंचायत निर्मली के हटिया चौक स्थित एक निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान 55 वर्षीय रुमेला खातून की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मृतका ललितग्राम थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 13 निवासी मो. इलियास की पत्नी थीं।
परिजनों का आरोप है कि इंजेक्शन देने के तुरंत बाद उनकी मौत हो गई। आनन-फानन में उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतका के परिजनों ने बताया कि एक सप्ताह से सर्दी-जुकाम की शिकायत थी, जिसके इलाज के लिए वे निजी क्लिनिक पहुंची थीं। वहां मौजूद सहायक चिकित्सक ने पांच इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उन्हें दो बार उल्टी हुई और उनकी मौत हो गई। जब परिजनों ने इस पर सवाल उठाया, तो क्लिनिक कर्मियों ने बेहोश होने की बात कहकर उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।
मौत की खबर मिलते ही मृतका के पुत्र और अन्य परिजन अनुमंडलीय अस्पताल में शव रखकर सीधे क्लिनिक पहुंचे और हंगामा करने लगे। इस दौरान क्लिनिक में मौजूद कर्मचारी वहां से भागकर नगर पंचायत निर्मली के वार्ड संख्या 10 स्थित डॉक्टर एसपी सिंह के आवास पहुंच गए। जब डॉक्टर से संपर्क किया गया, तो उन्होंने आवास पर आने को कहा। इसके बाद मृतका के परिजन दर्जनों की संख्या में डॉक्टर के घर पहुंचे और वहां भी हंगामा शुरू कर दिया।
घटना के बाद इलाके में आक्रोश का माहौल है। परिजनों ने डॉक्टर और क्लिनिक संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रशासन से जांच और कार्रवाई की मांग की है।
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